‘अग्निपथ योजना’: प्रदर्शनकारी ट्रेनों को बना रहे निशाना, जानें कितने रुपये का नुक्सान…

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केंद्र सरकार ने सेना में भर्ती के लिए ‘अग्निपथ योजना’ शुरू करने का ऐलान किया है. इस योजना का देशभर में विरोध हो रहा है. योजना का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पिछले तीन दिनों में कई ट्रेनों में आग लगा दी है. ट्रेनों में आग के कई वीडियो भी सामने आए हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि प्रदर्शनकारी योजना का विरोध जताने के लिए जिन ट्रेनों को निशाना बना रहे हैं, वो कितने रुपये में बनती हैं?

20 करोड़ रुपये तक का बनता है ट्रेन का इंजन

एक ट्रेन को बनाने के खर्च को समझने से पहले ये जान लीजिए कि ट्रेन के दो हिस्से होते हैं. पहला हिस्सा ट्रेन का इंजन होता है. वहीं ट्रेन का दूसरा हिस्सा उसके कोच होते हैं. ट्रेन के इंजन से ही पूरी ट्रेन को कंमाड दी जाती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रेन के एक इंजन को बनाने में करीब 20 करोड़ रुपये का खर्चा आता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि ये खर्चा काफी कम है, क्योंकि ट्रेन के इंजन भारत में ही बनते हैं.

कोच को बनाने में खर्च होते हैं 2 करोड़ रुपये

ट्रेन के इंजन के अलावा उसमें कई तरह के कोच होते हैं. ट्रेन के एक कोच को बनाने में करीब 2 करोड़ रुपये का खर्चा आता है. हालांकि इनकी कीमत कोच की सुविधाओं के हिसाब से अलग-अलग होती है. जनरल और स्लीपर के मुकाबले एसी कोच महंगे होते हैं.

68 करोड़ रुपये में तैयार होती है एक्सप्रेस ट्रेन

इस हिसाब से देखा जाए तो किसी एक्सप्रेस ट्रेन को बनाने में करीब 68 करोड़ रुपये का खर्चा आता है. एक्सप्रेस ट्रेन में 24 कोच होते हैं. तो 2 करोड़ रुपये प्रति कोच के हिसाब से इसकी कीमत 48 करोड़ रुपये हो जाती है. वहीं इसके इंजन की कीमत 20 करोड़ रुपये तक होती है. वहीं, एक सामान्य पैसेंजर ट्रेन को बनाने में कुल 50 से 60 करोड़ रुपये का खर्च आता है. क्योंकि इन ट्रेनों के कोच में एक्सप्रेस ट्रेनों के मुकाबले सुविधाएं थोड़ी कम होती हैं. यहां आप पूरी लिस्ट चेक कर सकते हैं.

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