नई दिल्ली: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने दिल्ली में आबकारी नीति लागू करने के दौरान कथित तौर पर किए गए करप्शन के मुद्दे में कुछ आरोपियों को पूछताछ के लिए शनिवार को समन भेजा। ऑफिसरों ने यह जानकारी दी। ऑफिसरों ने शनिवार को बताया कि दिल्ली के उप सीएम मनीष सिसोदिया के आवास सहित 31 स्थानों पर की गई छापेमारी के दौरान बरामद दस्तावेजों की एजेंसी जांच कर रही है।
अधिकारियों ने बताया कि दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ-साथ बैंक में लेन देन की जांच एक बार पूरी होने के बाद अन्य आरोपियों को भी समन भेजे जाएंगे। विशेष न्यायालय के समक्ष बुधवार को CBI द्वारा पंजीकृत प्राथमिकी की प्रति वित्तीय मामलों की जांच ऐंजसी प्रवर्तन निदेशालय को भी साझा की जा रही है जो धनशोधन के आरोपों की जांच करेगी।
गौरतलब है कि CBI ने शुक्रवार को सिसोदिया के आवास के साथ-साथ कुछ नौकरशाहों और कारोबारियों के ठिकानों सहित 31स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की थी। आम आदमी पार्टी (आप) ने छापेमारी की कार्रवाई की निंदा की। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि एजेंसी को उनकी पार्टी के नेताओं को प्रताड़ित करने के लिए ‘‘ऊपर से निर्देश’’ दिए गए हैं। वहीं, बीजेपी ने आबकारी नीति पर दिल्ली गवर्नमेंट को पाक साफ होने को लेकर चुनौती दी।
वहीं इस मुद्दे में मनीष सिसोदिया ने केंद्र गवर्नमेंट और भाजपा (BJP) पर आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल की लोकप्रियता के चलते छापे करवाए गए हैं। आनें वाले 2024 का आम चुनाव आम आदमी पार्टी बनाम बीजेपी होने जा रहा है। अब मोदी जी नहीं चाहिए। एक मौका अरविंद केजरीवाल को देना है। सिसोदिया ने CBI छापेमारी पर बोलते हुए बोला है कि दो दिन पहले केजरीवाल ने मेक इण्डिया नंबर 1 कैंपेन लॉन्च किया है। मोदी जी को इसका सपोर्ट करना चाहिए। इसके दो दिन बाद एजुकेशन मिनिस्टर के यहां रेड करवा दी। केजरीवाल गरीबों के लिए सोचते हैं।