एक समाचार चैनल के मुताबिक जगदानंद सिंह अपने पुत्र सुधाकर सिंह के मंत्री पद के इस्तीफे के बाद यह कदम उठा सकते हैं। लेकिन कोई भी स्टेप लेने से पहले जगदानंद सिंह पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से विमर्श करेंगे। आरजेडी के कद्दावर जगदानंद सिंह हाल ही में प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए हैं। अगर वह इस्तीफे की पेशकश करते हैं तो राजद को बड़ा झटका लगेगा। बिहार में पार्टी को कौन चलाएगा यह बड़ी चुनौती होगी।
जगदानंद सिंह राजद और बिहार के बड़े नेता हैं। वे कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करते। पार्टी में रहते हुए उन्होंने अपने परिजनों के खिलाफ भी चुनाव प्रचार किया है और जरूरत पड़ने पर अपने पार्टी नेताओं के खिलाफ भी बोलने से पीछे नहीं हटे।
दूसरी और पार्टी को मजबूत बनाने और चुनाव में सफलता दिलाने के लिए उन्होंने कड़े अनुशासन और मजबूती के साथ काम किया। इन वजहों से जगदानंद सिंह के इस्तीफे खबर बिहार की राजनीति के लिहाज से महत्वपूर्ण है।
सुधाकर सिंह के इस्तीफे के बाद भी जगदानंद सिंह खुलकर सामने आए थे। बल्कि, मीडिया में स्थिति की जानकारी उन्होंने ही दी थी।
अपने बयान में जगदानंद सिंह ने कहा था कि बड़े लक्ष्य के लिए त्याग करना पड़ता है। सुधाकर सिंह के इस्तीफे के बाद उनका बयान आया था कि बिहार में किसानों को उचित सुविधा नहीं मिल रही है। तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि अपने बेटे के समर्थन में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद से कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं।