अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक अमेरिकी रीपर ड्रोन और रूस के दो फाइटर जेट SU-27 ब्लैक सी के ऊपर अंतरराष्ट्रीय जल सीमा में घूम रहे थे तभी एक जेट जानबूझकर ड्रोन के सामने आ गया और तेल फेंकने लगा. अधिकारी ने बताया कि इसके बाद एक जेट ने रीपर ड्रोन के प्रोपेलर को क्षतिग्रस्त कर दिया, जो ड्रोन के पीछे लगा हुआ था. प्रोपेलर को नुकसान पहुंचते ही अमेरिकी सेना को मजबूरन रीपर को नीचे लाना पड़ा. :बाखमुत में हालात बेहद कठिन, यूक्रेनी सेना के मुकाबले हथियारों की कमी: वैगनर चीफबता दें ब्लैक सी की सीमाएं रूस और यूक्रेन से मिलती है. ऐसे में दोनों देशों के बीच जारी जंग से तनाव बना हुआ है. युद्ध के दौरान रूसी और अमेरिकी एयरक्राफ्ट अमूमन यहां चक्कर लगाते नजर आते हैं, लेकिन इस तरह का मामला पहली बार सामने आया है.जो बाइडेन को दी जानकारी
इस घटना पर अमेरिकी वायु सेना ने एक बयान जारी कर रूसी विमान पर “लापरवाही भरे तरीके से और अनप्रोफेशनल तरीके से काम करने का आरोप लगाया है. रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी इस घटना की जानकारी दे दी गई है. राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के संचार समन्वयक जॉन किर्बी के अनुसार, राष्ट्रपति जो बिडेन को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार सुबह इस घटना की जानकारी दी.