रिपोर्ट: एशियन टाइम्स ब्यूरो
स्थान: दीघा / पटना / दिल्ली
तिथि: 24 जून 2025
दीघा: STF (स्पेशल टास्क फोर्स) ने गुप्त सूचना के आधार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए दीघा इलाके से कुख्यात अपराधी अजय वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी मिली थी कि अजय वर्मा अपने साथियों के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था।
जांच में खुलासा हुआ कि अजय वर्मा का आपराधिक इतिहास भी रहा है और वह दिल्ली के खजूरी खास में एक व्यक्ति “गुड्डू मुनीर” की हत्या में शामिल रहा है। इस मामले में उसके खिलाफ उत्तर-पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास थाना में केस संख्या 113/21 दर्ज है।
सभी आरोपी बड़ी घटना की साजिश में शामिल
पटना जिला पुलिस और STF की संयुक्त कार्रवाई में अजय वर्मा के साथ अन्य अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया, जिनमें शामिल हैं:
- नंदकिशोर सिंह उर्फ पुटन सिंह
- अमित कुमार उर्फ पील्या
- साबिर आलम
पूछताछ में सभी ने स्वीकार किया कि वे एक बड़ी गैंगवार या अपराध को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।
भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद
यह बरामदगी इस बात की पुष्टि करती है कि आरोपी किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की तैयारी में थे।
STF और पटना पुलिस की तत्परता से एक बड़ी आपराधिक घटना को समय रहते टाल दिया गया है। पुलिस द्वारा की गई यह कार्रवाई न सिर्फ पटना बल्कि दिल्ली तक फैले अपराध के नेटवर्क को उजागर करती है। फिलहाल सभी आरोपी पुलिस हिरासत में हैं और आगे की पूछताछ जारी है
अजय वर्मा एक शातिर और कुख्यात अपराधी है, जिसका नाम दिल्ली और बिहार – दोनों राज्यों में गंभीर आपराधिक मामलों में सामने आया है। नीचे उसके बारे में अब तक की जानकारी दी गई है:
अजय वर्मा का आपराधिक इतिहास:
दिल्ली के खजूरी खास इलाके में एक व्यक्ति गुड्डू मुनीर की हत्या में शामिल रहा है। इस हत्या के मामले में FIR संख्या 113/21 दर्ज है।केस उत्तर-पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास थाना में दर्ज है। STF को गुप्त सूचना मिली कि अजय वर्मा अपने साथियों के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश कर रहा है। पटना STF और जिला पुलिस ने उसे दीघा इलाके से गिरफ्तार किया।
उसके साथ गिरफ्तार अन्य अपराधी:
- नंदकिशोर उर्फ पुटन सिंह
- अमित कुमार उर्फ पीलिया
- साबिर आलम
इन सबकी योजना एक बड़ी गैंगवार या साजिश रचने की थी।
अजय वर्मा गिरोह के पास से क्या-क्या मिला:
- जर्मन मेड रिवाल्वर
- इंडियन ऑर्डनेंस फैक्ट्री मेड हथियार
- 98 जिंदा कारतूस
- पिस्टल मैगजीन
- मोबाइल फोन और महिंद्रा जायलो कार
अजय वर्मा कोई छोटा-मोटा अपराधी नहीं बल्कि गंभीर आपराधिक पृष्ठभूमि वाला व्यक्ति है, जो दिल्ली और बिहार पुलिस के रडार पर पहले से था। STF ने समय रहते उसे और उसके साथियों को गिरफ्तार कर एक बड़ी वारदात को टाल दिया।

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)