नई दिल्ली:
दशकों से करोड़ों देशवासियों की पहली पसंद बनता आया पारले जी बिस्किट अब लोगों को कम मूल्य में मिलने जा रहा है। मंहगाई की मार झेल रहे आम उपभोक्ता को इससे बड़ी राहत मिलने वाली है, बिस्किट बनाने वाला हिंदुस्तान का सबसे अधिक लोकप्रिय ब्रांड पारले जी अब बिस्किट की कीमतों में कटौती करने जा रहा है। पारले जी ने इसके लिए बड़ी तैयारी भी कर ली है। पारले जी जल्द ही बिस्किट की कीमतों में कटौती करने जा रही है। बाकायदा राष्ट्र की प्रसिद्ध बिस्किट कंपनी पारले जी ने इसके लिए तैयारी भी कर ली है। लगातार बढ़ती मंहगाई के से जहां आम आदमी खाने-पीने की चीजों के महंगे होने से परेशान है तो वहीं पारले जी के इस कदम से उसको एक बड़ी राहत मिलने वाली है।
कम मूल्य में मिलेगा अधिक वजन
इतना ही नहीं पारले जी का बिस्किट अब आपको कम मूल्य के साथ-साथ अधिक वजन के साथ भी मिलने वाला है। पारले जी बिस्किट के दामों में 10 प्रतिशत की कमी करने जा रही है। जाहिर है कंपनी के इस कदम से आम लोगों को बहुत राहत मिलेगी। उल्लेखनीय है कि पारले जी ने पिछले वर्ष ही बिस्किट के मूल्य में 10 फीसदी का वृद्धि किया था।
कीमतों में आएगी कितनी कमी ?
बिस्किट इंटस्ट्री के जानकारों का साफ बोलना है कि बीते दो वर्ष से बिस्किट सेक्टर की कीमतों में लगातार वृद्धि होती रही है. इतना ही नहीं रोजमर्रा की उपयोग होने वाली खाने-पीने की चीजों के दामों में आगे कमी देखने को मिल सकती है। कंपनी के सीनियर अधिकारी के अनुसार यदि इसी तरह मौजूदा ट्रेंड जारी रहता है तो आने वाले समय में बिस्किट के मूल्य में 10 से 20 प्रतिशत तक की गिरावट भी देखने को मिल सकती है.
क्या इससे कंपनी को घोटा होगा ?
पारले जी कंपनी के सीनियर कैटेगरी हेड मयंक शाह ने न्यूज नेशन से वार्ता में बोला कि कोविड-19 काल के दौरान कंपनी के पास मूल्य बढ़ाने के अतिरिक्त कोई और विकल्प नहीं था जिसके चलते बाजार में बिस्कि्ट की सप्लाई में काफी फर्क देखने को मिला जो की मूल्य बढ़ाने का सबसे बड़ा कारण बनकर सामने आया जिससे कंपनी की सेल पर भी काफी फर्क पड़ा था लेकिन अब सबकुछ नॉर्मलाइज होने, डिमांड और सप्लाई में सुधार के साथ-साथ कंपनी के मार्जिन में लगातार ग्रोथ होने के चलते यदि कंपनी बिस्किट के दामों में कमी करती है तो उसको कोई घाटा नहीं होने वाला।
कीमत कम होने का बड़ा कारण
मयंक शाह ने बताया कि बीते दिनों से राष्ट्र में एग्रीकल्चर-प्रोडक्ट्स की कीमतों में कमी लगातार जारी रही है, इसलिए पारले भी जल्द ही अपने प्रोडक्ट पैक की कीमतों में कौटती शुरु कर देगा या फिर पैक का वजन बढ़ाएगा। शाह ने कीमतों में कौटती के पीछे तर्क देते हुए साफ बोला कि गेहूं की कीमतों में गिरावट आ रही है। इसके अतिरिक्त, पाम ऑयल की कीमतों में भी गिरावट प्रारम्भ हो गई है और कच्चे ऑयल की कीमते भी बीते दिनों से कम हुई हैं।