नई दिल्ली। उद्योग मंडल सीआईआई ने ओमीक्रोन संक्रमण के मामले बढऩे से कारोबारी गतिविधियां बाधित होने की आशंका जताते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि अर्थव्यवस्था पर इसके असर को कम-से-कम करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों को समन्वित प्रयास करने चाहिए।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के अध्यक्ष टी वी नरेंद्रन ने कहा कि ओमीक्रोन को लेकर निश्चित रूप से कुछ चिंताएं पैदा हो रही हैं लेकिन इसका प्रसार तेज होने के बावजूद स्वास्थ्य पर इसका असर कम है।
नरेंद्रन ने कहा कि ओमीक्रोन की वजह से देश में कोविड-19 की तीसरी लहर आने के आर्थिक प्रभाव कम किए जा सकते हैं बशर्ते कि केंद्र एवं राज्यों की सरकारें मिलजुलकर कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 में आर्थिक पुनरुद्धार की गति अधिकतर क्षेत्रों में मजबूत रही है लेकिन होटल, रेस्तरां, ट्रैवल, एमएसएमई और कुछ अन्य सेवाओं पर महामारी की पहली एवं दूसरी लहर का असर काफी अधिक रहा है। उन्होंने कहा कि सीआईआई को इस वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 9.5 फीसदी रहने का अनुमान है जबकि वर्ष 2022-23 में यह 8.5 फीसदी रह सकती है।
नरेंद्रन ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के सरकार के फैसले के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘मुझे लगता है कि सरकार की दिशा साफ है। कभी-कभी हमें कुछ जगहों पर कदम रोकने पड़ते हैं और कृषि कानूनों के मामले में भी कुछ ऐसी ही स्थिति है। हालांकि सरकार की मंशा और प्रतिबद्धता सकारात्मक है और सुधारों की दिशा में अग्रसर है।’
आगामी बजट से सीआईआई की उम्मीदों के बारे में पूछे जाने पर नरेंद्रन ने कहा कि निवेश और आधारभूत ढांचे पर सरकार का ध्यान बने रहना चाहिए। निजी क्षेत्र का निवेश लौटने के बीच अर्थव्यवस्था को सरकारी निवेश से भी समर्थन की जरूरत है।