विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को बचाने के लिए एकत्रित की गई 57 करोड़ रुपये से अधिक की निधि में कथित अनियमितता को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता किरीट सोमैया और उनके बेटे नील के खिलाफ मुंबई पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि उपनगर मनखुर्द में ट्रॉम्बे पुलिस थाने में बुधवार शाम को सेना के 53 वर्षीय पुलिस कर्मी की शिकायत पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
1971 के भारत-पाक युद्ध में आईएनएस विक्रांत ने निभाई थी अहम भूमिका
आईएनएस विक्रांत को 1961 में भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया और वह राजसी श्रेणी का विमानवाहक पोत है। उसने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान पूर्वी पाकिस्तान के नौसैन्य अवरोध में अहम भूमिका निभायी थी। जनवरी 2014 में इस जहाज को एक ऑनलाइन नीलामी के जरिए बेच दिया गया। शिकायतकर्ता ने कहा कि, सोमैया ने आईएनएस विक्रांत के लिए निधि एकत्रित करने का एक अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि, उन्होंने जहाज को बचाने के लिए सोमैया को दान दिया था और भाजपा नेता ने इस मकसद के लिए 57 करोड़ रुपये से अधिक की निधि जुटायी। महाराष्ट्र के राज्यपाल के सचिव कार्यालय में इस निधि को जमा कराने के बजाय उन्होंने निधि में अनियमितता की।
संजय राउत ने लगाया था गबन का आरोप
शिवसेना के स्थानीय नेताओं ने बुधवार को शिकायतर्ता के साथ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर इस मुद्दे को उठाया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि, शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 406 (आपराधिक विश्वास भंग), धारा 420 (धोखाधड़ी) और धारा 34 (साझा मंशा) के तहत किरीट सोमैया, उनके बेटे नील और अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज की गयी है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने बुधवार को किरीट सोमैया पर आईएनएस विक्रांत को बचाने के लिए दान के तौर पर लोगों से जमा की 57 करोड़ रुपये की निधि के गबन का आरोप लगाया था। आरोप को खारिज करते हुए सोमैया ने कहा था कि अगर राउत के पास कोई सबूत है उन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंपना चाहिए।