काशी के गंगा घाटों पर विवादित पोस्टर चस्पा मामले में बजरंग दल संयोजक और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) महानगर मंत्री को पांच-पांच लाख के निजी मुचलके पर शनिवार को रिहा किया गया।
शांति भंग की आशंका में चालान दोनों नेताओं की कचहरी जमानत के लिए जाते समय डीआईजी कॉलोनी मोड़ के पास पुलिस से झड़प भी हुई। निजी मुचलके पर दोनों को रिहा किया गया।
बीते गुरुवार को बजरंग दल और विहिप की ओर से अस्सी घाट से लेकर पचगंगा घाट तक पोस्टर चस्पा कराया गया था। पोस्टर में गैर हिंदुओं को घाट पर प्रवेश न करने की चेतावनी की बात लिखी गई थी। इस पर कमिश्नरेट पुलिस ने शुक्रवार को बजरंग दल के संयोजक निखिल त्रिपाठी उर्फ रुद्र और विहिप महानगर मंत्री राजन गुप्ता को शांति भंग की आशंका में चालान किया।
शनिवार सुबह दोनों नेता जमानत के लिए कमिश्नरेट न्यायालय में जा रहे थे कि डीआईजी कॉलोनी के पास पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान पुलिस से दोनों नेताओं उनके समर्थकों के बीच नोकझोंक हुई। हालांकि पुलिस ने दोनों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें पांच-पांच लाख के निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया।