अभी अभी ये खबर आ रही है कि बेटे ने किया खुद का अपहरण.दरअसल ये घटना मुंगेर का हैं जहां बच्चे ने अपने पिता को कार खरीदने कहा था कार खरीदने में असक्षम रहे पिता तो बेटे ने खुद के अपहरण की कहानी रच डाली| जिसके बाद बेटे को रिहा किए जाने की बात कह 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी जाने लगी। पीड़ित पिता ने थाने में मामला दर्ज कराया।
जिसके बाद पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की। तब पता चला कि फिरौती किसी और ने नहीं बल्कि पीड़ित के बेटा ही मांग रहा है। जब पुलिस ने पीड़ित के बेटे को पकड़ा तब उसने पूरी बात पुलिस के सामने रख दी। जिसे सुनकर पिता भी हैरान रह गये। पुलिस के समक्ष युवक ने यह बात कबूला कि दोस्तों के साथ मिलकर उसने पैसों के लिए अपनी ही किडनैपिंग की साचिश रच डाली थी। अब पुलिस युवक के साथियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
उसके पुत्र का अपहरण कर लिया गया और एक मोबाइल नंबर से उसे फोन कर 10 लाख रूपये मांगे जा रहे हैं। पैसा लेकर कोतवाली थाना क्षेत्र के लाल दरवाजा बुलाया गया है। पुलिस ने शिकायत मिलते ही तकनीकी अनुसंधान शुरू किया। जिसमें पता चला कि वह लाल दरवाजा में है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विकास कुमार को सकुशल बरामद कर लिया।
जांच में पता चला कि विकास ने ही खुद के अपहरण की साजिश रची थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया जबकि दलहट्टा निवासी शंकर यादव का पुत्र सन्नी उर्फ गोलू फरार है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। शंकर विकास का सहयोग कर रहा था। विकास ने दोस्त के साथ बनाया खुद के अपहरण की योजना बनायी थी।पुलिस अधीक्षक जगुनाथरेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि कार खरीदने के लिए विकास ने अपने दोस्त के साथ मिलकर पिता से 10 लाख रूपया ठगने के लिए खुद के अपहरण की कहानी बनायी थी।
जब कोतवाली थाना में पुलिस ने विकास से पूछताछ किया तो पाया गया कि विकास ने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर पिता से रूपया एठने के लिए खुद के अपरहण की कहानी बनाई. विकास ने पुलिस को बताया कि वह काफी दिनों से कार खरीदने के लिए पिता से 10 लाख रूपया मांग रहा था.