बिहार में बालू की कीमतें पहले से और ज्यादा बढ़ने वाली हैं। नीतीश कैबिनेट ने आज जो फैसला लिया है उसके बाद बिहार में बालू की कीमतें बढ़नी तय मानी जा रही है. बालू में महंगाई की आग लग गई है। अब घर बनाने का सपना थोड़ा मुश्किल होगा। बिहार सरकार ने मंगलवार को बंदोबस्ती का रेट 50 प्रतिशत बढ़ा दिया है। इसका सीधा असर ऐसे लोगों पर पड़ेगा जो जनवरी में घर बनाने की योजना में हैं। सरकार के इस फैसले से 17 हजार रुपए में मिलने वाले एक ट्रक बालू के लिए अब ग्राहकों को 23 हजार रुपए देना होगा।
दरअसल, सरकार ने अब बालू घाटों की बंदोबस्ती को लेकर आज एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर मुहर लगाई है। कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव लाया गया था कि बालू घाटों की ई नीलामी 5 साल के लिए की जाए। साथ ही साथ बालू की मात्रा और घाटों की स्थिति को देखते हुए दर तय करने का भी फैसला किया गया।
कैबिनेट में जो प्रस्ताव लाया गया है उसके बाद अब कई बालू घाटों की बंदोबस्ती दर में दोगुनी कर दी गई है। सोन नदी के अलावे क्यूल, फल्गु, चानन और मोरहर नदी की बालू बंदोबस्ती दरें अब दोगुनी होंगी। पहले यहां ₹75 प्रति घन मीटर के हिसाब से बंदोबस्ती होती थी लेकिन अब इसे बढ़ाकर डेढ़ सौ रुपए प्रति घन मीटर कर दिया गया है।
सरकार के इस फैसले का सीधा असर बालू की कीमतों पर पड़ेगा। भवन निर्माण कार्य के साथ-साथ अन्य तरह के निर्माण कार्य इससे प्रभावित होंगे। रियल एस्टेट सेक्टर भी पहले से ज्यादा महंगा होगा। वैसे लोग जो अपना आशियाना बनाना चाहते हैं, उन्हें भी बालू की बढ़ी कीमतों का सामना करना पड़ेगा।