गन्ना किसानों ने लगाया लुधियाना जलंधर हाइवे पर धरना, करोड़ो की अदायगी बाकी

206

चंडीगढ़. मिल प्रबंधन द्वारा गन्ना किसानों के 72 करोड़ रुपये के बकाया राशि का भुगतान न होने के कारण भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) ने लुधियाना-जालंधर हाईवे पर अनिश्चितकालीन के लिए धरना दिया है.यह धरना हाइवे के एक तरफ लगाया गया है, जबकि दूसरी तरफ को वाहनों की आवाजाही के लिए खुला छोड़ा है. प्रदर्शनकारियों ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर गन्ना उत्पादकों के मुद्दों को हल करने में विफल रहने का आरोप लगाया. संगठन के महासचिव सतनाम सिंह साहनी ने कहा है कि अगर 72 करोड़ रुपये की राशि जल्द ही गन्ना उत्पादकों के खातों में स्थानांतरित नहीं की गई, तो हम राजमार्ग के दूसरी तरफ भी जाम कर देंगे. राय ने कहा कि पेराई का मौसम नवंबर में शुरू होता है, लेकिन हमारे 600 करोड़ रुपये का बकाया अभी भी पिछले सीजन और अन्य पिछले सीजन के लिए लंबित है. उन्होंने कहा कि इस राशि में से निजी चीनी मिलों का 293 करोड़ रुपये बकाया है. उधर कपूरथला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह बैंस ने कहा कि नाकेबंदी के कारण वाहनों को मुख्य मार्गों से डायवर्ट किया गया. सरकार ने दिया है बकाया जारी करने का आश्वासन गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने हाल ही में गन्ना किसानों का उनकी बकाया राशि अदा करने का भरोसा दिया था और कहा था कि निजी मिले भी जल्द बकाया राशि अदा कर देंगी. हाल ही में पंजाब भवन में किसान यूनियन के साथ लंबी बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि किसानों को 195.60 करोड़ रुपए में से 100 करोड़ रुपए 15 अगस्त तक जबकि बाकी 95.60 करोड़ रुपए आगामी 7 सितम्बर तक अदा कर दिए जाएंगे. उन्होंने सहकारी चीनी मिलों के सभी बकाए 7 सितम्बर तक अदा करने का भी आश्वासन दिया था. भगवंत मान ने कहा था कि फगवाड़ा शुगर मिल को छोड़ कर बाकी सभी प्राईवेट चीनी मिलों से सरकार की बात हुई है और वे भी किसानों के बकाये 7 सितम्बर तक अदा कर देंगे. यह धरना हाइवे के एक तरफ लगाया गया है, जबकि दूसरी तरफ को वाहनों की आवाजाही के लिए खुला छोड़ा है. प्रदर्शनकारियों ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर गन्ना उत्पादकों के मुद्दों को हल करने में विफल रहने का आरोप लगाया. संगठन के महासचिव सतनाम सिंह साहनी ने कहा है कि अगर 72 करोड़ रुपये की राशि जल्द ही गन्ना उत्पादकों के खातों में स्थानांतरित नहीं की गई, तो हम राजमार्ग के दूसरी तरफ भी जाम कर देंगे. राय ने कहा कि पेराई का मौसम नवंबर में शुरू होता है, लेकिन हमारे 600 करोड़ रुपये का बकाया अभी भी पिछले सीजन और अन्य पिछले सीजन के लिए लंबित है. उन्होंने कहा कि इस राशि में से निजी चीनी मिलों का 293 करोड़ रुपये बकाया है. उधर कपूरथला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह बैंस ने कहा कि नाकेबंदी के कारण वाहनों को मुख्य मार्गों से डायवर्ट किया गया. सरकार ने दिया है बकाया जारी करने का आश्वासन गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने हाल ही में गन्ना किसानों का उनकी बकाया राशि अदा करने का भरोसा दिया था और कहा था कि निजी मिले भी जल्द बकाया राशि अदा कर देंगी. हाल ही में पंजाब भवन में किसान यूनियन के साथ लंबी बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि किसानों को 195.60 करोड़ रुपए में से 100 करोड़ रुपए 15 अगस्त तक जबकि बाकी 95.60 करोड़ रुपए आगामी 7 सितम्बर तक अदा कर दिए जाएंगे. उन्होंने सहकारी चीनी मिलों के सभी बकाए 7 सितम्बर तक अदा करने का भी आश्वासन दिया था. भगवंत मान ने कहा था कि फगवाड़ा शुगर मिल को छोड़ कर बाकी सभी प्राईवेट चीनी मिलों से सरकार की बात हुई है और वे भी किसानों के बकाये 7 सितम्बर तक अदा कर देंगे.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here