अगले महीने से बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। सीबीएसई, सीआईएससीई से लेकर यूपी बोर्ड, बिहार बोर्ड (CBSE, CISCE, UP Board, Bihar Board) समेत अन्य का शेड्यूल जारी किया जा चुका है। अब एक-एक कर बोर्ड्स द्वारा परीक्षा केंद्रों, पर्यवेक्षकों और विद्यार्थियों के लिए जरूरी निर्देश भी जारी किए जा रहे हैं। इसी क्रम में बिहार बोर्ड ने भी कई जरूरी दिशानिर्देश जारी किए हैं। 2020 की इंटर (12वीं) और मैट्रिक (10वीं) की परीक्षा के लिए बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने निर्देशों के बारे में सभी जिलाधिकारियों, जिला शिक्षा अधिकारियों, पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर सूचना दी है। कहा गया है कि अगर परीक्षा केंद्रों के औचक निरीक्षण में किसी तरह का कदाचार मिलने पर तुरंत इसकी सूचना बिहार बोर्ड के संबंधित पदाधिकारी को दी जाए।
- इंटर व मैट्रिक दोनों के सभी विषयों के लिए परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले प्रश्नपत्रों का बंडल खोला जाएगा। इसे स्टैटिक मैजिस्ट्रेट के सामने ही खोलना होगा। अगर परीक्षा के दौरान किसी तरह के लीक का मामला मिला, तो इसकी जिम्मेदारी केंद्राधीक्षक की होगी।
- परीक्षाओं के दौरान हर 25 विद्यार्थी पर एक वीक्षक होंगे। इसके अलावा वहां प्राथमिक, मध्य विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, कॉलेज के शिक्षक भी मौजूद होंगे। प्रतिदिन हर वीक्षक की ड्यूटी अलग-अलग कमरों में बदली जाएगी।
- बोर्ड ने दोनों कक्षाओं के परीक्षार्थियों को निर्देश दिया है कि वे परीक्षा के दौरान चप्पल पहनकर आएं।
- अगर किसी केंद्र पर कदाचार का कोई मामला पाया जाता है, तो उसे रद्द भी किया जा सकता है। इतना ही नहीं, रद्द होने वाले केंद्र के परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं की न तो बार कोडिंग होगी और न ही जांच।