शहीद ऊधम सिंह के वंशज सरकार से नाराज,, सही शकल की बनाई जाए शहीद की परित्मा
31 जुलाई को संगरूर के सुनाम में शहीद उधम सिंह के पैतृक गांव में उनका शहीदी दिवस मनाया जा रहा है 31 जुलाई 2021 को पंजाब की कांग्रेस सरकार की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शहीद उधम सिंह मेमोरियल का शिलान्यास किया था जिसमें शहीद उधम सिंह की एक प्रतिमा लगाई गई जिसको लेकर आम सवाल खड़े हो रहे हैं शहीद उधम सिंह का परिवार और शहीद उधम सिंह को चाहने वाले मेमोरियल में लगाई गई शहीद उधम सिंह की कांसे की प्रतिमा को शहीद उधम सिंह की प्रतिमा नहीं बता रहे उनका कहना है कि यह प्रतिमा उनकी असल तस्वीर से कोसों दूर है जब पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 31 जुलाई 2021 को शहीद उधम सिंह की प्रतिमा से पर्दा हटाया था उस समय लोग हैरान थे क्योंकि यह तस्वीर किसी एंगल से भी शहीद उधम सिंह की तस्वीर से मिलती जुलती नहीं थी
अब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है और 31 जुलाई को पंजाब के मुख्यमंत्री शहीद उधम सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए सुनाम आएंगे परिवार ने मांग की है की इस प्रतिमा को हटाकर उनकी असल तस्वीर से मिलती प्रतिमा लगाई जाए और जिन अधिकारियों ने जय प्रतिमा लगाई गई है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए उनको पूछना चाहिए कि जिस विभाग को इसकी जिम्मेदारी दी गई थी उन्होंने यह प्रतिमा किस तस्वीर के आधार पर बनाई जबकि शहीद उधम सिंह की ओरिजिनल तस्वीरें मौजूद है क्योंकि जहां आने वाले लोग कंफ्यूज हो रहे हैं कि वह इस प्रतिमा को असल तस्वीर समझे या फिर जो उनके म्यूजियम में लगी हुई तस्वीरें हैं उनको असल समझा जाए जान फिर जो इंटरनेट पर तस्वीरें हैं वह असल है।
आज के समय में तो ऐसे स्टेच्यू बनाएं जा रहे हैं जो खूब हूं जिस इंसान का स्टेचू होता है उससे मिलते जुलते हैं सिर्फ उनमें एक जान नहीं होती,,,
सुनाम शहर में शहीद उधम सिंह के तीन और स्टेचू लगे हुए हैं पहला सुनाम जाते ही आई टी आई चौक में सिद्ध उधम सिंह की प्रतिमा लगी हुई है दूसरी उसके सामने ही एक पार्क में उनकी प्रतिमा लगी हुई है जिसके हाथ में पिस्तौल है लेकिन अफसोस की शहीद उधम सिंह के अपने ही पैतृक गांव में लगी प्रतिमाओं की शक्ल एक दूसरे से नहीं मिलती
शहीद उधम सिंह के परिजनों का कहना है कि पहले तो 20 साल के संघर्ष के बाद सुनाम में उनका एक मेमोरियल बनाया गया लेकिन हमसे कोई राय तक नहीं ली गई जब हमने यह प्रतिमा देखी तो हम हैरान थे क्योंकि हमारे घर में भी उनकी ओरिजिनल तस्वीरें हैं यह प्रतिमा उन से नहीं मिलती ना तो हमारी अधिकारी सुनते हैं ना हमारी सरकार सुनती है हमें तो सिर्फ एक दिन जिस दिन सीधे उधम सिंह को श्रद्धांजलि दी जाती है उधर बुलाया जाता है और मुख्यमंत्री के साथ अधिकारी मिलने तक भी नहीं देते हमें बहुत दुख लग रहा है की सरकारें अपने देश को आजाद करवाने के लिए अहम योगदान डालने वाले और जलिया वाले बाग का लंदन जाकर 21 साल बाद बदला लेने वाले शहीद उधम सिंह के बारे में क्या सोच रहे हैं हमारी अब आम आदमी पार्टी सरकार से उम्मीद है की इस प्रतिमा को हटाकर असल तस्वीर से मिलती हुई प्रतिमा जहां पर लगाई जाए हम जय मुख्यमंत्री भगवान सिंह मान से भी चाहते हैं क्योंकि यह उनका अपना इलाका है