ग्वालियर. ग्वालियर की जीवाजी विश्वविद्यालय (Jiwaji University) में राजनीति शास्त्र (Political Science) के पेपर में क्रांतिकारी को आतंकवादी (Terrorist) बताने पर अब सियासत तेज हो गई है. इस मामले पर मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने कहा कि ये व्यवस्था बेहद गोपनीय होती है. आखिर ये कैसे पूछा गया या फिर इसके पीछे किसी का षड्यंत्र था और क्या उनकी व्यवस्था थी. इस सबकी जांच की जा रही है. ये विश्वविद्यालय से जुड़ा हुआ मामला है, लिहाजा इसकी बेहद सतर्कता के साथ जांच होगी.
मंत्री ने 3 दिन में मांगी रिपोर्ट
उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने पूरे मामले को लेकर प्रमुख सचिव को अपने निवास पर तलब किया. मामले को लेकर तीन सदस्यीय जांच कमेटी भी गठित की गई है. जांच कमेटी तीन दिन के भीतर पूरे मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेगी. जांच रिपोर्ट आने के बाद मामले में जो भी दोषी होगा. उस पर कड़ी कार्रवाई होगी. जीतू पटवारी का कहना है कि ये चूक है. चूक नहीं बहुत बड़ी गलती है, जो भी दोषी होगा उसको बख्शा नहीं जाएगा. सख्त कार्रवाई होगी ताकि आगे विश्वविद्यालयों में इस तरह की चूक ना हो.

शिवराज ने कही ये बात
इस मामले पर मध्य प्रदेश के पू्र्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर गैरजिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, ‘यह शर्मनाक है और दुखदायी भी है. जिनके बलिदान के कारण हम खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं,उन्हें कोई कैसे आंतकवादी कह सकता है. मध्य प्रदेश सरकार से मेरी मांग है कि तुरंत ऐसे गैरजिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.