गवनर्मेट टीचर्ज यूनियन ने शिक्षा विभाग की रेशनेलाइजेशन नीति को रुकवाने व शिक्षा मंत्री द्वारा 25 नवंबर को किए फैसलों को लागू करवाने के लिए 29 दिसंबर को शिक्षा मंत्री के निवास स्थान संगरूर में रोष प्रदर्शन किया जाएगा। रोष प्रदर्शन की तैयारी के लिए यूनियन द्वारा जिला प्रबंधकीय कंप्लेक्स में बैठक की गई।
इस मौके पर यूनियन के प्रांतीय कमेटी सदस्य सतवंत सिंह अलमपुर, जिला प्रधान हरजीत सिंह गलवटी, महासचिव बलविदर सिंह व फकीर सिंह ने कहा कि शिक्षा मंत्री विजयइंद्र सिगला द्वारा यूनियन को प्रदर्शन के दौरान रेशनेलाइजेशन की नीति पर रोक लगाने का भरोसा दिलाया था, लेकिन अब इस फैसलों को अनदेखा कर लागू नहीं किया जा रहा है। उसके विपरीत मुलाजिम विरोधी नीतियां अपनाई जा रही हैं। प्राइमरी विभाग में बेमौका व गलत तरीके से रेशनेलाइजेशन कर अध्यापकों में डर का माहौल पैदा किया हुआ है। संघर्ष दौरान हुए अध्यापक पक्षीय फैसले वेतन कटौती का रिव्यू करने, 5178 अध्यापकों को नवंबर 2017 से रेगुलर करने, शिक्षा विभाग में वर्षो से काम कर रहे ट्रेड शिक्षा वालंटियरों को नियमित करने के फैसलों से सरकार मुकर गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के हजारों बेरोजगार अध्यापक रोजगार की प्राप्ति के लिए पिछले तीन वर्षों से लगातार संघर्ष कर रहे हैं। यूनियन द्वारा बेरोजगार अध्यापकों के संघर्ष की हिमायत करते हुए सरकार से उक्त मांगों को मानने की अपील की। इस मौके सरबजीत सिंह, होशियार सिंह, सोनू सिंह, देवी दियाल, बगा सिंह, रजनीश कुमार, हरीश कुमार, गुरजंट सिंह, अमृतपाल सिंह, कंवलजीत सिंह, लखवीर सिंह, मालविदर सिंह, बलदेव सिंह, बलविदर सिंह, हरजिदर सिंह, सचिन सिगला, मनप्रीत सिंह, आशीष बजाज आदि उपस्थित थे।