ग्रेटर नोएडा।
एशियन टाइम्स ब्यूरो की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, ग्रेटर नोएडा में आधार कार्ड केंद्रों पर हाल के दिनों में भारी भीड़ उमड़ रही है। सुबह से ही लंबी-लंबी कतारों में खड़े आम नागरिकों के साथ छोटे-छोटे बच्चों और बुजुर्गों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
भीड़ और अव्यवस्था
लोगों का कहना है कि कई-कई घंटे इंतज़ार के बाद भी उनका नंबर नहीं आता। भीड़ इतनी अधिक होती है कि धक्का-मुक्की और अव्यवस्थित स्थिति आम बात बन गई है। गर्मी और धूप में खड़े होकर महिलाओं और बच्चों की हालत बिगड़ जाती है।
वजह क्या है?
रिपोर्ट में बताया गया है कि पहले आधार कार्ड केंद्र निजी एजेंसियों और अलग-अलग संस्थानों के जरिए बड़ी संख्या में चलते थे। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों और सुरक्षा कारणों से इन एजेंसियों को बंद कर दिया गया। अब अधिकतर केंद्र केवल सार्वजनिक बैंकों और डाकघरों में ही संचालित हो रहे हैं। केंद्रों की संख्या कम होने के कारण मौजूदा केंद्रों पर दबाव कई गुना बढ़ गया है।
आम जनता पर असर
आधार कार्ड न होने या उसमें सुधार न हो पाने से कई समस्याएं सामने आ रही हैं। बच्चों के स्कूल में दाखिले अटक रहे हैं, बैंक खातों और सरकारी योजनाओं से जुड़े काम पूरे नहीं हो पा रहे। ऐसे में अभिभावक बच्चों को लेकर केंद्रों पर मजबूरी में लाइन लगाने को विवश हैं।
समाधान की मांग
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि प्रशासन को जल्द कदम उठाने चाहिए।
अधिक आधार केंद्र खोले जाएं।
ऑनलाइन अपॉइंटमेंट सिस्टम को सख्ती से लागू किया जाए।
विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए अलग काउंटर बनाए जाएं।
सोशल मीडिया और स्थानीय मीडिया में लगातार इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। आम जनता की मांग है कि प्रशासन तुरंत प्रभावी कदम उठाए ताकि लोगों को इस समस्या से राहत मिल सके।

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)