Asian Times — Special Election Coverage
बिहार चुनाव 2025 और ग्राउंड रिपोर्ट वोटिंग धीमी, स्थानीय मतदाताओं में नाराज़गी
Asian Times की फील्ड टीम ने पहले चरण के कुछ बूथों और Sitamarhi जिले के कई मतदान केंद्रों का दौरा किया। स्थानीय मतदाताओं ने वोटिंग प्रक्रिया की धीमी रफ्तार पर आपत्ति जताई। प्रतिपक्षी नेताओं के EVM-सम्बंधी आरोप और चुनाव आयोग के सुरक्षा के दावों दोनों को परोसा गया है — निचे विस्तार से पढ़िए।
मतदान — क्या रिपोर्ट मिली?
पहले चरण के कई जिलों से Asian Times को मिली फील्ड रिपोर्ट्स में कुछ बूथों पर लंबी कतारें और धीमी वोटिंग की शिकायतें दर्ज हुईं — खासकर सुबह के समय। स्थानीय स्तर पर मतदाताओं ने बताया कि कतारों के कारण कई लोग लंबे समय तक इंतज़ार कर रहे थे और बूथों पर बुजुर्गों-महिलाओं को परेशानी हुई।
- स्थानीय मतदाता संकेत: “कई बार मशीन रुकती थी या समय लग रहा था”, — कुछ मतदाताओं ने Asian Times को बताया।
- प्रशासनिक जवाब: कई जगहों पर सूबे के मतदान अधिकारी बोले कि देरी का कारण तकनीकी जाँच, बैकअप प्रक्रियाएँ या बूथ-स्तरीय व्यवस्थाएं थीं — और उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की आधिकारिक शिकायत की दर्ज़गी के बाद ही आगे की जाँच होगी।
Sitamarhi ग्राउंड विज़िट — फील्ड रिपोर्ट (निजी प्रत्यक्षदर्शी)
Asian Times के प्रतिनिधि ने Sitamarhi जिले के चुनिंदा बूथों का दौरा किया। वहां मिली मुख्य बातें:
“सुबह 8 बजे से लाइन में खड़े थे, पर हर मतदाता को वोट डालने में 2-4 मिनट लग रहे थे — बुजुर्गों के लिए यह कष्टप्रद था।” — एक महिला मतदाता, बूथ नं. 64, Sitamarhi
- कुछ बूथों पर VVPAT-प्रक्रिया धीरे होने से कतारें बढ़ीं।
- स्थानीय कर्मचारियों ने बताया कि मशीनों की रूटीन जाँच के कारण छोटे-छोटे ब्रेक लिए गए थे।
- किसी भी बूथ से Asian Times को ऐसी आधिकारिक शिकायत नहीं मिली जिस पर तुरंत रोक लगाई गई हो; पर कई नागरिकों ने चिंता ज़ाहिर की।
EVM-आरोप और चुनाव आयोग का रुख
कुछ विपक्षी नेताओं ने EVM की पारदर्शिता पर सवाल उठाए — यह बयान मीडिया में हलचल भी पैदा कर रहा है। वहीँ चुनाव आयोग ने बार-बार कहा है कि EVM + VVPAT प्रणाली सुरक्षित है और हर मत की गिनती का रिकॉर्ड मौजूद रहता है।
Asian Times नोट: हम किसी आरोप का एकतरफा सत्यापन नहीं कर रहे — यदि किसी भी पक्ष से आधिकारिक शिकायत मिलेगी तो उसके दस्तावेज़ और जांच के नतीजे प्रकाशित किये जाएंगे।
Asian Times Exit Poll
Asian Times के एग्जिट-पोल विश्लेषण और फील्ड संकेतों के आधार पर हमारा कंसर्वेटिव प्रोजेक्शन
| गठबंधन / पार्टी | अनुमानित सीटें (2025) |
|---|---|
| NDA (BJP + JD(U)) | 152 – 164 |
| RJD | 95 – 105 |
| Congress | 25 – 30 |
| Left Parties | 10 – 12 |
| Jan Suraaj / अन्य | 3 – 8 |
नोट: ये अनुमान एग्जिट-पोल और क्षेत्रीय फील्ड रिपोर्ट्स को मिलाकर तैयार किए गए हैं — अंतिम और आधिकारिक परिणाम निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित किए जाएंगे।
Asian Times की रिकमेन्डेशन — आवशयक कदम
- स्थानीय शिकायतों का दस्तावेजीकरण: फील्ड टीमें हर बूथ-स्तरीय शिकायत का फोटो/वीडियो और प्रोटोकॉल नंबर के साथ रिकॉर्ड करें जिसकी कॉपी चुनाव आयोग को भेजी जा सके।
- प्रत्येक बूथ पर PVT/टीम निरीक्षण: यदि कतारें असामान्य रूप से लंबी रहीं तो विवरण के साथ FOIR (formal on-record) शिकायत दर्ज कराई जाए।
- सार्वजनिक संदेश: आयोग और प्रशासन को लोकल स्तर पर स्पष्ट सूचना देनी चाहिए कि वोट डालने की पूरी प्रक्रिया में किसी भी तरह की अनियमितता तत्काल दर्ज हो।
संपादकीय
चुनाव लोकतंत्र की रीढ़ है फील्ड रिपोर्ट्स बताती हैं कि मतदान केंद्रों पर सुगमता सुनिश्चित करना जरूरी है ताकि बूथों पर किसी भी तरह की असुविधा मतदाता-अधिकार को प्रभावित न करे। Asian Times इस विषय पर आगे भी फॉलो-अप रिपोर्ट प्रकाशित करेगी।
Author: Noida Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)







