सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे व शशि थरूर की मौजूदगी में कांग्रेस कार्यसमिति ने नए ग्रामीण रोजगार कानून और पर्यावरण मुद्दों पर विरोध आंदोलन की रूपरेखा तय करने पर चर्चा की।
दिल्ली के इंदिरा भवन में शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने देश से जुड़े प्रमुख राजनीतिक, सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर गहन मंथन किया। बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ नेता शशि थरूर समेत सभी प्रमुख नेता मौजूद रहे।
बैठक का मुख्य फोकस केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए नए ‘विकसित भारत – G RAM G’ कानून को लेकर पार्टी की रणनीति तय करना रहा। कांग्रेस ने इस कानून को MGNREGA का पुनर्गठन बताते हुए इसे जनविरोधी करार दिया और इसके खिलाफ देशभर में आंदोलन तेज करने, पदयात्राएं निकालने और जनसभाएं आयोजित करने पर जोर दिया।
इसके साथ ही बैठक में अरावली पहाड़ियों के संरक्षण और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर भी गंभीर चर्चा हुई। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि विकास के नाम पर अरावली क्षेत्र में अतिक्रमण और पर्यावरणीय क्षति हो रही है, जिसके खिलाफ पार्टी जनआंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी।
बैठक के दौरान आगामी विधानसभा चुनावों और मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों पर भी विचार किया गया, ताकि कांग्रेस एक मजबूत और स्पष्ट रणनीति के साथ वर्ष 2026 की राजनीतिक चुनौतियों का सामना कर सके।
@MUSKAN KUMARI






