90 वर्ष की आयु में पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता का निधन, राजनीति की दुनिया में शोक की लहर
देश के राजनीतिक परिदृश्य में आज एक दुखद अध्याय जुड़ गया है, जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया। पाटिल का राजनीतिक करियर कई दशकों तक लोकतंत्र की मजबूत नींव बनाए रखने में महत्वपूर्ण रहा है। उनके निधन से न केवल उनके परिवार और समर्थक बल्कि पूरी राजनीति जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
शिवराज पाटिल ने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी और बाद में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में शामिल हुए। उन्होंने अपने लंबे राजनीतिक सफर में कई महत्वपूर्ण पदों को संभाला और देश की आंतरिक सुरक्षा तथा प्रशासनिक चुनौतियों से निपटने में अपनी विशिष्ट छाप छोड़ी। उनके शांत स्वभाव, समर्पण और दूरदर्शी नेतृत्व के लिए वे सदैव याद किए जाएंगे।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, पाटिल का योगदान न केवल गृह मंत्रालय तक सीमित रहा, बल्कि वे कई सामाजिक और मानवतावादी पहलों के भी प्रेरक रहे हैं। उनके निधन पर नेताओं ने ट्विटर और अन्य माध्यमों पर दुख व्यक्त किया है और उन दिनों को याद किया है जब वे संसद में बहस को संतुलित, गरिमा और गंभीरता से लाते थे।
कई राज्यों में आज उनके सम्मान में मौन रखे गए और झंडे आधा-नम कर दिए गए। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि अंतिम संस्कार में राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतिनिधि शामिल होंगे और जनता को उनके योगदान को याद रखने का अवसर मिलेगा।
देश के राजनैतिक इतिहास में शिवराज पाटिल का नाम एक सम्मानजनक और प्रेरणादायक नेता के तौर पर सदैव याद रखा जाएगा।
@MUSKAN KUMARI





