नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आने के बाद एक बार फिर भारतीयों की ‘सिविक सेंस’ (नागरिक समझ) को लेकर बहस छिड़ गई है। वायरल हो रहे इस वीडियो में एक दंपति हाईवे के किनारे पूरे ठाठ-बाट के साथ खाना बनाते नजर आ रहा है। हैरानी की बात यह है कि उनके पास कटी हुई सब्ज़ियों से लेकर रोटियां बनाने तक का पूरा सामान, गैस सिलेंडर, गैस चूल्हा और यहां तक कि उनका छोटा बच्चा भी मौके पर मौजूद था।
वीडियो में देखा जा सकता है कि परिवार की कार हाईवे के पास खड़ी है और उसी के पास जमीन पर चूल्हा जलाकर खाना बनाया जा रहा है। कार में ही उनके बाकी सामान रखे हुए नजर आते हैं, जबकि बच्चा गाड़ी के पास बैठा दिखाई देता है।
राहगीर ने बनाया वीडियो, परिवार से की पूछताछ
यह वीडियो किसी राह चल रहे व्यक्ति द्वारा रिकॉर्ड किया गया बताया जा रहा है। जैसे ही उसने इस अनोखे और खतरनाक नज़ारे को देखा, उसने तुरंत मोबाइल कैमरा निकालकर रिकॉर्डिंग शुरू कर दी। इसके बाद वह व्यक्ति परिवार से सवाल करता है कि “हाईवे के किनारे इस तरह खाना बनाना कितना सुरक्षित है?”
इस पर परिवार का जवाब और भी चौंकाने वाला था। दंपति ने दावा किया कि वे “सड़क पर नहीं बल्कि ‘रेस्ट एरिया’ में खाना बना रहे हैं।” हालांकि वीडियो में साफ नजर आता है कि वह इलाका पूरी तरह हाईवे के बेहद नजदीक है, जहां तेज रफ्तार वाहन लगातार गुजरते रहते हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा
जैसे ही वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हुआ, लोगों की प्रतिक्रियाएं भी तेज हो गईं।
कई यूज़र्स ने इसे खतरनाक लापरवाही बताया तो कुछ ने इसे “नागरिक जिम्मेदारी की भारी कमी” करार दिया।
एक यूज़र ने लिखा – “यह ना सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि बच्चे की जान को भी खतरे में डालना है।”दूसरे ने कहा – “रेस्ट एरिया का मतलब यह नहीं कि आप गैस चूल्हा जलाकर हाईवे के किनारे तंदूर खोल लें।”
जान का खतरा और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन
विशेषज्ञों के अनुसार, हाईवे के आसपास इस तरह आग जलाना, गैस सिलेंडर का उपयोग करना और बच्चे को वहां बैठाना बेहद खतरनाक है। इससे न केवल परिवार की जान को खतरा है, बल्कि किसी भी समय बड़ा सड़क हादसा भी हो सकता है। यह यातायात नियमों और सुरक्षा मानकों का सीधा उल्लंघन भी माना जा रहा है।
प्रशासन की कार्रवाई का इंतजार
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह वीडियो किस राज्य या शहर का है, लेकिन लोगों की मांग है कि प्रशासन इस मामले का संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही दोहराई न जाए।
Author: Noida Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)





