देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का परिचालन बुरी तरह लड़खड़ा गया है, जिसके कारण यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को भी दर्जनों उड़ानें रद्द या बुरी तरह देरी से चलीं, जिससे एयरपोर्ट पर स्थिति अराजक हो गई। अकेले पटना एयरपोर्ट पर पिछले तीन दिनों में इंडिगो की 56 जोड़ी उड़ानें रद्द हुईं, और करीब 3,000 यात्रियों को एयरपोर्ट से वापस लौटना पड़ा।

इंडिगो की लगातार हो रही कैंसिलेशन के चलते पटना, गया और दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ा। दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्री अमरीश कुमार ने बताया कि उन्हें अगले दिन अपनी नई नौकरी जॉइन करनी थी, लेकिन उड़ान रद्द होने से उनका भविष्य अधर में लटक गया। समस्तीपुर से शादी में आई एक महिला ने कहा कि उनकी पूरी फैमिली फँस गई है और अब गुजरात लौटने का कोई विकल्प नहीं दिख रहा।

इस संकट के बीच अन्य एयरलाइंस ने किराए में भारी बढ़ोतरी कर दी है। पटना से मुंबई का किराया 89,000 रुपये तक पहुँच गया, जबकि दिल्ली रूट पर टिकट 40,000 रुपये तक बिक रहा है—इतना कि पटना से अमेरिका का टिकट मात्र 41,000 रुपये में उपलब्ध है।
एयरपोर्ट पर हालात इतने खराब हैं कि कई यात्री 12–12 घंटे से बिना जानकारी के फंसे हुए हैं। कुछ लोग सीढ़ियों और काउंटर के पास जमीन पर रात गुजारने को मजबूर हो गए। पटना एयरपोर्ट के यात्री गुलाम मोहम्मद, जिन्हें कुवैत जाकर नौकरी जॉइन करनी थी, बोले—“एयरलाइन कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे रही, अगले तीन दिनों तक टिकट भी उपलब्ध नहीं है। अब नौकरी पर ही संकट आ गया है।”
एक अन्य यात्री मोहम्मद ददरीश, जो गोपालगंज से रियाद जा रहे थे, चिंतित हैं कि उनका वीज़ा जल्द एक्सपायर होने वाला है। वे बोले—“भाग-दौड़ कर पटना पहुँचा, लेकिन अब 8 तारीख से पहले उड़ान मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही।”
इंडिगो संकट को देखते हुए रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए 8 स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं और 37 ट्रेनों में 116 अतिरिक्त कोच जोड़ दिए हैं। वहीं, सहारा जेट ने दिल्ली और मुंबई से बिहार के दो शहरों के लिए अस्थायी उड़ानें शुरू की हैं।
शादी, क्रिसमस और न्यू ईयर जैसे पीक सीजन में इंडिगो के बड़े व्यवधान ने यात्रियों की मुश्किलें कई गुना बढ़ा दी हैं। एयरलाइन पर लापरवाही और एकाधिकार का फायदा उठाकर मनमानी करने के आरोप भी सामने आ रहे हैं।
@Tanya Singh
Author: BiharlocalDesk
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