बिहार विधानसभा चुनाव में RJD की करारी हार के बाद लालू परिवार के भीतर बड़ा विवाद फूट पड़ा है। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी और किडनी डोनर रोहिणी आचार्य ने शनिवार देर रात खुद को पार्टी और परिवार दोनों से अलग कर लिया। वे राबड़ी आवास छोड़कर पटना एयरपोर्ट पहुंचीं, जहां उन्होंने मीडिया से कहा—
“अब मेरा कोई परिवार नहीं है। उन्होंने ही मुझे बाहर किया है। जिम्मेदारी लेने से सब बच रहे हैं।”

रोहिणी ने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव और रमीज चुनावी हार पर सवाल उठाने पर उन पर दबाव बना रहे थे।
उन्होंने कहा—
“अगर सवाल पूछोगे तो गाली दी जाएगी, चप्पल उठाई जाएगी। असली सवाल अब तेजस्वी से कीजिए।”
इससे पहले भी सितंबर में रोहिणी संजय यादव की बढ़ती राजनीतिक भूमिका पर नाराजगी जताते हुए RJD और परिवार से जुड़ी सभी प्रोफाइल अनफॉलो कर चुकी थीं।
चुनाव में RJD को सिर्फ 25 सीटें मिलीं, जबकि 2020 में पार्टी 75 सीटों पर जीती थी। तेज प्रताप यादव इस बार करीब 50 हजार वोटों से हार गए, जबकि तेजस्वी मुश्किल से अपनी सीट बचा पाए।
विवाद के बीच तेज प्रताप ने भी पोस्ट कर कहा—
“जयचंदों ने RJD को कमजोर कर दिया।”
उनका इशारा भी संजय यादव की तरफ माना जा रहा है।

संजय यादव को लेकर घर के भीतर नाराजगी बढ़ती रही है क्योंकि माना जाता है कि तेजस्वी की रणनीति, मुलाकातें और कई बड़े फैसले अब उन्हीं की सलाह पर तय होते हैं। रमीज, जो मूल रूप से यूपी के बलरामपुर से हैं, RJD के सोशल मीडिया और चुनावी मैनेजमेंट का काम देखते हैं।
रोहिणी का X पोस्ट—
“मैं राजनीति छोड़ रही हूं और परिवार से रिश्ता तोड़ रही हूं… यही कहा गया था और मैं दोष अपने ऊपर ले रही हूं।”
ने इस विवाद को चरम पर पहुंचा दिया है।

लालू परिवार में हाल के वर्षों में यह दूसरा बड़ा झटका है। इससे पहले तेज प्रताप यादव को भी पारिवारिक विवाद के बीच पार्टी से बाहर किया जा चुका है।
@Tanya Singh
Author: BiharlocalDesk
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