पटना :
बिहार विधानसभा के पहले चरण के मतदान के बाद राजनीतिक हलचल और विश्लेषण का दौर तेज हो गया है। इस बीच राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि पहले चरण में मतदान प्रतिशत में आई बढ़ोतरी सत्ता परिवर्तन का स्पष्ट संकेत है।
गगन ने दावा किया कि बढ़े हुए मतदान को केवल SIR और महिला मतदाताओं की हिस्सेदारी से जोड़ना सही विश्लेषण नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि SIR लागू नहीं भी होता और मतदाताओं की संख्या पूर्ववत रहती, तब भी जो 64.69 प्रतिशत मतदान हुआ है, वह 2020 के मुकाबले करीब 5 प्रतिशत अधिक होता। उनके अनुसार यह 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी भी यह दिखाने के लिए काफी है कि जनता बदलाव के मूड में है।
चित्तरंजन गगन ने कहा कि इस बढ़े हुए मतदान में फर्स्ट टाइम वोटर और बाहरी राज्यों में काम करने वाले वे बिहारी, जो छठ पर्व पर घर लौटे हैं, सबसे ज्यादा अहम भूमिका में रहे। उन्होंने कहा कि इन दोनों वर्गों का रुझान Mahagathbandhan और सत्ता परिवर्तन की ओर साफ दिखाई दे रहा है।
आरजेडी प्रवक्ता ने दावा किया कि पहले चरण में इंडिया गठबंधन 80 से 85 सीटों पर जीत की स्थिति में है और 11 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण में यह आंकड़ा और मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के अधिकतर मंत्री अपनी सीटों से पिछड़ चुके हैं और जनता इस बार तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के तौर पर मौका देने के मूड में है।
@MUSKAN KUMARI







