पटना,
बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर राजद ने आज गंभीर सवाल खड़े कर दिए। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बयान जारी कर कहा कि आयोग अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों के निर्वहन में विफल साबित हो रहा है और जनता का भरोसा तेजी से कम होता दिख रहा है।
गगन ने दावा किया कि लोकसभा में नेता विरोधी दल राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी के मुद्दे को विस्तृत सबूतों के साथ सदन में उठाए जाने के बाद भी चुनाव आयोग की तरफ से कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई, जिससे आयोग की विश्वसनीयता को गहरी चोट पहुंची है। बिहार में आदर्श आचार संहिता के खुले उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष की वार-वार शिकायतों के बाद भी चुनाव आयोग “मूक दर्शक” की भूमिका में है।
राजद ने आरोप लगाया कि स्वीप कार्यक्रम की आड़ में प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग कर सत्ता पक्ष के पक्ष में प्रचार कराया गया और उसके खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं को 10-10 हजार रुपए देने का मामला और मंच से मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा भी आयोग की निगाहों से बची रही।
गगन ने यह भी कहा कि बड़ी संख्या में शिक्षक, दफादार और चौकीदार पोस्टल बैलेट की सुविधा न मिलने से मतदान के अधिकार से वंचित हो गए, जबकि ये चुनावी ड्यूटी में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा—“आयोग एक ओर मतदान की अपील कर रहा है और दूसरी ओर हजारों कर्मचारियों को मतदान से ही दूर रख दिया गया है।”
@MUSKAN KUMARI







