पटना: बिहार की सियासत में बड़ा विवाद छिड़ गया है। ग्रामीण कार्य मंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव अशोक चौधरी ने जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) को 100 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा है। तीन दिन पहले प्रशांत किशोर ने चौधरी पर 200 करोड़ की जमीन खरीदने और बेनामी संपत्ति के आरोप लगाए थे।
अशोक चौधरी की बड़ी बातें
अशोक चौधरी ने प्रेस नोटिस और बयान में प्रशांत किशोर के आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि—
1. बेटी शांभवी चौधरी (सांसद) की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई है।
2. पत्नी नीता केसकर चौधरी और समधन अनीता कुणाल पर लगाए गए बैंकिंग लेन-देन के आरोप झूठे और भ्रामक हैं।
3. उनका किसी भी ट्रस्ट या उससे जुड़े कार्यों से कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध नहीं रहा है।
4. उन्होंने कहा कि 30 साल के सार्वजनिक जीवन में उनकी छवि हमेशा पारदर्शी और स्वच्छ रही है।
5. आरोपों से उन्हें और परिवार को गहरा आघात पहुंचा है, इसलिए प्रशांत किशोर को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
प्रशांत किशोर ने क्या आरोप लगाए थे?
PK ने दावा किया था कि शांभवी चौधरी की सगाई से शादी तक 200 करोड़ की जमीन खरीदी गई।
2 साल में 38.44 करोड़ की 5 जमीनें खरीदी गईं।
इन जमीनों के लेन-देन में पूर्व ब्यूरोक्रेट, ट्रस्ट और कई बड़े नाम शामिल थे।
उन्होंने कहा कि 2019 में चौधरी के निजी सचिव के नाम जमीन खरीदी गई और बाद में कम कीमत पर सांसद शांभवी चौधरी के नाम कर दी गई।
PK ने अशोक चौधरी को “बिहार का भ्रष्टतम नेता” तक कहा।
कोर्ट से भी समन
इससे पहले भी अशोक चौधरी ने PK के खिलाफ मानहानि केस किया था। इसी मामले में 17 सितंबर को कोर्ट ने पेशी के लिए प्रशांत किशोर को बुलाया था। चौधरी का आरोप है कि इसी घबराहट में PK ने नए आरोप लगाए।
@AT Saumya
Author: BiharlocalDesk
ASAIN TIMES NEWS NETWORK







