पटना में अपहरण का ड्रामा या हकीकत?
अपराधियों के बेखौफ अंदाज़ से दहशत, पुलिस की सख्ती पर उठ रहे सवा
पटना (एशियन टाइम्स ब्यूरो):
बिहार की राजधानी पटना में अपराध का ग्राफ थमने का नाम नहीं ले रहा है। पटना जंक्शन गोलंबर के पास शनिवार को एक बच्चा बदहवास हालत में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के पास पहुंचा। उसने बताया कि काले रंग की स्कॉर्पियो सवार 7 अपराधियों ने उसका अपहरण किया और उसके साथ मारपीट व टॉर्चर कर रहे थे। मौका मिलते ही उसने गाड़ी से छलांग लगाई और किसी तरह भाग निकला।
हालांकि, इस मामले में एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें बच्चा खुद ऑटो में बैठते हुए दिखाई दे रहा है। पुलिस अभी इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है।
मां का बयान
बच्चे की मां शर्मिला कुमारी ने बताया कि बेटा घर से कॉपी-पेंसिल लेने निकला था। शाम 5:45 बजे वह निकला और करीब 15 मिनट बाद परिवार ने खोजबीन शुरू की। काफी तलाश के बाद भी बच्चा नहीं मिला। इसी दौरान ट्रैफिक पुलिस ने फोन कर बच्चे के मिलने की सूचना दी। बच्चे के पिता डॉ. कमलेश कुमार, एक प्रोफेसर हैं।
अपराधियों का हौसला बुलंद
बिहार पुलिस लगातार अपराधियों के खिलाफ अभियान चला रही है, लेकिन अपराधी खुलेआम वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। शराबबंदी के बावजूद राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में शराब की सप्लाई और तस्करी जारी है। अब बच्चे के अपहरण जैसा मामला पुलिस की मुस्तैदी और कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है।

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)