नोएडा: फर्जी दस्तावेजों के जरिए 95 करोड़ की जमीन बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 3 आरोपी गिरफ्तार

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नोएडा: फर्जी दस्तावेजों के जरिए 95 करोड़ की जमीन बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 3 आरोपी गिरफ्तार

बिहार और उत्तर प्रदेश में बढ़ते फर्जी जमीन बिक्री के मामलों ने प्रशासन को किया सतर्क

रिपोर्टर: तनवीर आलम शेख

नोएडा में बड़ा जमीन घोटाला: पुलिस ने तीन को दबोचा, कई फरार

उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में एक बड़े जमीन घोटाले का खुलासा हुआ है। पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से 95 करोड़ रुपये मूल्य की जमीन बेचने की साजिश रचने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है।

घटना 

सेंट्रल नोएडा के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (ADCP) शक्ति मोहन अवस्थी के अनुसार, इस गिरोह ने बिसरख इलाके के शाहबेरी गांव में खसरा नंबर 168 की 2.009 हेक्टेयर जमीन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेचने की योजना बनाई थी। यह जमीन गाजियाबाद के डासना नगर पंचायत के चेयरमैन मुजाहिद हुसैन की थी।

आरोपियों ने नकली आधार कार्ड, पैन कार्ड, किसान बही, खसरा और खतौनी बनाकर फर्जी “मुजाहिद हुसैन” के नाम से जमीन बेचने की तैयारी कर ली थी। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान

1. राकेश कुमार

हरियाणा का निवासी

12वीं पास

अपने साथी बलिंदर के साथ मिलकर जमीनों की खरीद-फरोख्त करता था और नकली कागजात बनाकर जमीन बेचता था।

2. सिराजुद्दीन

अनपढ़ व्यक्ति, जो तीन साल से इस गिरोह के साथ जुड़ा हुआ था। खुद की फोटो लगाकर नकली आधार और पैन कार्ड बनवाया था।

3. महेंद्र कुमार (उर्फ पटवारी) 10वीं पास

इसने नकली दस्तावेज तैयार करने में मदद की थी।

फरार आरोपी

बलिंदर,जनक गुर्जर,जनेश्वर ,रोहित

पुलिस इन फरार आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के प्रयास में लगी हुई है।

गिरोह की कार्यप्रणाली: ऐसे बनाते थे फर्जी कागजात

➡️ यह गिरोह फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से जमीनों की बिक्री करता था।
➡️ नकली आधार कार्ड, पैन कार्ड, किसान बही, खसरा और खतौनी तैयार करके जालसाजी करते थे।
➡️ शाहबेरी गांव में स्थित 2.009 हेक्टेयर जमीन को बेचने की योजना बनाई थी, जिसकी अनुमानित कीमत 95 करोड़ रुपये थी।

पुलिस की कार्रवाई: कैसे हुआ खुलासा?

✅ 28 फरवरी 2025 – जमीन मालिक मुजाहिद हुसैन को इस धोखाधड़ी की जानकारी मिली।
✅ उन्होंने तत्काल बिसरख थाने में शिकायत दर्ज कराई।
✅ जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद 4 मार्च 2025 को पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की।
✅ 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि अन्य फरार हैं।

बिहार और उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे हैं ऐसे मामले!

बलरामपुर, उत्तर प्रदेश

➡️ तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया
➡️ फर्जी दस्तावेजों के जरिए जमीन का बैनामा कराया गया था।
➡️ पीड़ित को धमकी दी गई थी कि वह मामले को आगे न बढ़ाए।

पटना, बिहार

➡️ कई फर्जी जमाबंदी और खतौनी के मामले सामने आए हैं।
➡️ दलाल और सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से जमीनी घोटाले हो रहे हैं।

ऐसे मामलों से स्पष्ट है कि फर्जी दस्तावेजों के जरिए जमीन की बिक्री एक गंभीर समस्या बन चुकी है

ध्यान रखें! कहीं आप भी शिकार न हो जाएं!

✔ जमीन खरीदने से पहले उसके कागजात की गहराई से जांच करें।
✔ खसरा-खतौनी की ऑनलाइन जांच करें।
✔ रजिस्ट्री कार्यालय से पुष्टि करें कि कागजात असली हैं या नहीं।
✔ किसी भी अनजान व्यक्ति या दलाल पर तुरंत भरोसा न करें।
✔ अगर कोई संदेह हो, तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें।

अगर आप अपनी मेहनत की कमाई से जमीन में निवेश कर रहे हैं, तो सतर्क रहें! आपके साथ भी धोखाधड़ी हो सकती है।

➡️ नोएडा में 95 करोड़ की जमीन के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।
➡️ तीन आरोपी गिरफ्तार, अन्य फरार
➡️ बिहार और उत्तर प्रदेश में जमीन जालसाजी के कई मामले बढ़ रहे हैं।
➡️ जमीन खरीदने से पहले दस्तावेजों की गहन जांच जरूरी।

इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि लोग सतर्क रहें और जमीन जालसाजी के शिकार न हों।

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