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पटना के कंकड़बाग में दिनदहाड़े गोलीबारी, चार बदमाश गिरफ्तार, इलाके में दहशत
पटना में अपराधियों का तांडव, पुलिस ने घेरा इलाका
पटना, 18 फरवरी: बिहार की राजधानी पटना में अपराधियों का दुस्साहस एक बार फिर देखने को मिला, जब कंकड़बाग इलाके में दिनदहाड़े अंधाधुंध फायरिंग की गई। घटना दोपहर करीब 2 बजे की है, जब छह हथियारबंद बदमाशों ने एक घर के बाहर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। गोलीबारी के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई, और स्थानीय लोग दहशत में आ गए।
कैसे हुई वारदात?
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ हो सकता है। चश्मदीदों के मुताबिक, दो पक्षों में लंबे समय से विवाद चल रहा था, और इसी विवाद ने खूनी रूप ले लिया। बदमाशों ने एक घर को निशाना बनाकर गोलियां चलाईं, जिससे पूरे इलाके में तनाव फैल गया।
स्थानीय निवासी अरुण कुमार ने बताया,
“हम अपने घर में थे, तभी अचानक गोलियों की आवाज आई। बाहर निकलकर देखा तो कुछ लोग बंदूक लेकर भाग रहे थे। पूरा इलाका डर से सन्न हो गया।”
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पटना पुलिस और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने इलाके को चारों तरफ से घेर लिया और बदमाशों को पकड़ने के लिए एक सघन ऑपरेशन चलाया। लगभग दो घंटे के एनकाउंटर के बाद चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि कुछ फरार हो गए।
पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया,
“हमारी टीम ने तुरंत कार्रवाई की और चार अपराधियों को पकड़ लिया है। बाकी फरार बदमाशों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।” एनकाउंटर के दौरान पुलिस का संयम दिलचस्प बात यह रही कि पुलिस ने इस दौरान फायरिंग नहीं की। अधिकारियों ने बताया कि चूंकि यह एक घनी आबादी वाला इलाका था, इसलिए किसी भी तरह की जवाबी फायरिंग से आम नागरिकों की जान को खतरा हो सकता था। इसलिए पुलिस ने संयम बरतते हुए अपराधियों को दबोचने की रणनीति अपनाई।
गिरफ्तार बदमाश कौन हैं?
गिरफ्तार किए गए अपराधियों की पहचान अभी गुप्त रखी गई है, लेकिन पुलिस सूत्रों का कहना है कि ये सभी किसी बड़े गैंग से जुड़े हो सकते हैं। पुलिस अब इनसे पूछताछ कर रही है कि वे किसके इशारे पर काम कर रहे थे और इस हमले के पीछे असली साजिशकर्ता कौन है। क्या यह पटना में बढ़ते अपराध का संकेत है?
बिहार में हाल के दिनों में अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। पटना जैसे बड़े शहर में दिनदहाड़े गोलीबारी होना यह दिखाता है कि अपराधी बेखौफ हैं। पिछले तीन महीनों में पटना में हुए प्रमुख आपराधिक मामले:
1. जनवरी 2025: पटना के गांधी मैदान में बाइक सवार बदमाशों ने व्यापारी को गोली मारी।
2. फरवरी 2025: बिहटा में दिनदहाड़े बैंक लूट की वारदात हुई।
3. फरवरी 2025: कंकड़बाग गोलीकांड – जमीन विवाद में ताबड़तोड़ फायरिंग।
स्थानीय लोग दहशत में, सुरक्षा पर उठे सवाल
इस गोलीबारी के बाद इलाके में डर का माहौल है। स्थानीय लोग पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक अपराधी इस तरह खुलेआम घूमते रहेंगे? कंकड़बाग के निवासी सुधीर गुप्ता ने कहा,
“हम अपने बच्चों को बाहर भेजने से डर रहे हैं। पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि ऐसा दोबारा न हो।”
प्रशासन की कार्रवाई और आगे की जांच पटना पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है। एसएसपी ने कहा कि इलाके में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है, और जमीन विवाद से जुड़े सभी मामलों की समीक्षा की जा रही है।
बदमाशों पर लगेगी गैंगस्टर एक्ट?
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, यदि यह मामला किसी अपराधी गिरोह से जुड़ा पाया जाता है, तो आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट भी लगाया जा सकता है।
क्या कहना है सरकार का?
बिहार सरकार के गृह विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि “पटना में कानून-व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। सभी संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, और पुलिस को हाई-अलर्ट पर रखा गया है।”
निष्कर्ष: क्या पटना सुरक्षित है?
पटना में दिनदहाड़े हुई इस गोलीबारी ने एक बार फिर शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, पुलिस की तेज कार्रवाई से यह साबित हुआ कि प्रशासन अलर्ट पर है। अब देखना यह होगा कि फरार अपराधी कब तक पकड़े जाते हैं, और क्या पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर असली मास्टरमाइंड तक पहुंच पाएगी।
(रिपोर्ट: Asian Times, पटना ब्यूरो)