आईपीएस अधिकारी जकी अहमद: करियर, विवाद और मौजूदा पद
रिपोर्टर: तनवीर आलम शेख | एशियन टाइम्स
नई दिल्ली: आईपीएस अधिकारी जकी अहमद का नाम हाल के वर्षों में प्रशासनिक कार्यों के साथ-साथ कुछ विवादों के कारण भी चर्चा में रहा है। उत्तर प्रदेश कैडर के 1993 बैच के अधिकारी, जकी अहमद ने पुलिस बल में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिनमें आईजी (पुलिस महानिरीक्षक), एडीजी (अपर पुलिस महानिदेशक), और सीआरपीएफ (CRPF) के आईजी शामिल हैं। हालांकि, उनके करियर में कई विवाद भी सामने आए हैं, जिनमें सीतापुर पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (PTC) में उत्पीड़न के आरोप और रंगदारी का मामला प्रमुख है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
आईपीएस जकी अहमद का जन्म 19 मार्च 1968 को उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में हुआ था। उन्होंने बी.कॉम और एमडीपीएम (मैनेजमेंट डिग्री) प्राप्त की और इसके बाद 1993 में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में शामिल हुए।
जकी अहमद की प्रमुख पोस्टिंग्स
उन्होंने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जिनमें शामिल हैं:
1. एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक), कानपुर, वाराणसी और मेरठ
2. आईजी (पुलिस महानिरीक्षक), लखनऊ जोन
3. एडीजी (अपर पुलिस महानिदेशक), एंटी करप्शन डिपार्टमेंट
4. एडीजी, पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (PTC), सीतापुर
5. आईजी, सीआरपीएफ (CRPF), जम्मू और कश्मीर (22 मई 2023 से)
सम्मान और उपलब्धियां
अपने सेवाकाल में, जकी अहमद को कई सरकारी पुरस्कार प्राप्त हुए, जिनमें शामिल हैं:
✔ प्रधानमंत्री पदक (2009)
✔ डीजी प्रशंसा डिस्क सिल्वर (2016)
✔ डीजी प्रशंसा डिस्क गोल्ड (2018)
✔ डीजी प्रशंसा डिस्क प्लेटिनम (2019)
विवाद और आरोप
हालांकि, जकी अहमद का करियर केवल उपलब्धियों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन पर कई विवाद भी सामने आए:
1. उत्पीड़न और रंगदारी के आरोप
जुलाई 2022 में, सीतापुर पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (PTC) में तैनात कुछ कर्मचारियों ने एडीजी जकी अहमद और एक अन्य आईपीएस अधिकारी शफीक अहमद पर उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए।
2. एंटी करप्शन डिपार्टमेंट से हटाए जाने का मामला
उन पर रंगदारी मांगने के आरोप भी लगे, जिसके चलते उन्हें एंटी करप्शन डिपार्टमेंट के एडीजी पद से हटा दिया गया और उन्हें डीजीपी मुख्यालय से अटैच कर दिया गया।
3. सीआरपीएफ में ट्रांसफर
बाद में, 22 मई 2023 को उन्हें सीआरपीएफ (CRPF), जम्मू और कश्मीर का आईजी नियुक्त किया गया।
अब आगे क्या?
जकी अहमद वर्तमान में सीआरपीएफ (CRPF), जम्मू और कश्मीर में आईजी के रूप में कार्यरत हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे उनके करियर में और क्या परिवर्तन होते हैं और क्या वे इन विवादों से उबरकर एक स्वच्छ छवि बना पाते हैं।
(रिपोर्टर: तनवीर आलम शेख, एशियन टाइम्स)







