रूस-यूक्रेन युद्ध को अब एक वर्ष होने में सिर्फ कुछ ही दिनों का फासला शेष रह गया है। यूक्रेन पर जीत के करीब पहुंचने का दावा करने वाले रूस की उम्मीदों पर अमेरिका और यूरोपीय देशों ने फिलहाल पानी फेर दिया है।
जेलेंस्की के टूटे हौसले को अमेरिकी और यूरोपीय हथियारों ने फिर से उफान पर ला दिया है। इधर रूसी खेमे से बहुत बुरी खबर आ रही है।
खुफिया एजेंसी एमआइ 6 के पूर्व प्रमुख रिचर्ड डियरलोव ने पुतिन के बारे में ऐसा दावा किया है, जिसके बारे में सुनकर आपको अपने कानों पर भरोसा नहीं होगा। मगर रिचर्ड के इन दावों ने रूस से लेकर यूक्रेन के वॉर जोन तक और अमेरिका से लेकर यूरोप तक में खलबली मचा दी है। आइए आपको बताते हैं कि पूर्व एमआइ 6 प्रमुख ने पुतिन के बारे में ऐसा क्या दावा कर दिया है, जिससे कि दुनिया में भूचाल आ गया है?
गिने चुने रह गए हैं पुतिन के दिन
रिचर्ड डियरलोव ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया को दिए इंटरव्यू में बताया है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन काफी बीमार चल रहे हैं और उन्हें पार्किंसंस होने की संभावना है। ऐसे में अब उनके दिन गिने-चुने हैं और उनका अचानक हिंसक अंत होगा। यह चेतावनी पूर्व-एमआइ 6 प्रमुख ने दी है। उनका कहना है कि गंभीर रूप से बीमार व्लादिमीर पुतिन के “दिन गिने जा रहे हैं” क्योंकि उनके शासन का “अचानक अंत” होने को है और उनके अत्याचारी चेहरे को अस्पताल ले जाया जा रहा है।
70 वर्षीय रूसी नेता के कथित रूप से गिरते स्वास्थ्य के बारे में महीनों से ऐसी अफवाहें चलती आ रहीं हैं। उनके फूले हुए चेहरे और कांपते पैरों के कारण अब पुतिन को पार्किंसंस होने की बात कही जा रही है।
पुतिन के साथ गड़बड़ होने का दावा
MI6 के पूर्व प्रमुख सर रिचर्ड डियरलोव ने यह दावा ऐसे वक्त में किया है जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध अत्यंत भीषण दौर में चल रहा है। उन्होंने बताया है कि स्पष्ट रूप से “उनके (पुतिन के) साथ कुछ गड़बड़ है” और सबसे अधिक संभावना पार्किंसंस को लेकर है। साथ ही उन्हें अग्नाशय का कैंसर होने की बात भी कही जा रही है। इसके साथ ही पुतिन को शुरुआती चरण का पार्किंसंस बताया जा रहा है। जिसमें हाथों और पैरों में कंपन्न होता है और व्यक्ति अपने सहारे खड़ा नहीं हो पाता। रिचर्ड से पहले यूक्रेन ने भी कुछ ऐसा ही दावा किया था, जिसमें यह कहा गया था कि रूस पुतिन को खड़े होने के लिए बॉडी डबल्स का इस्तेमाल कर रहा है।
जासूसी दावे के अनुसार जल्द हो जाएगी पुतिन की मौत
अभी इसी महीने की शुरुआत में यूक्रेन ने पुतिन के बारे में उक्त दावा किया था। इस देश के पूर्व जासूस प्रमुख के दावे के अनुसार पुतिन जल्द ही कैंसर से मर जाएंगे। यह भी दावा है कि वह कैंसर के साथ ही साथ अपंगता के दर्द से भी पीड़ित हैं। सर रिचर्ड ने चेतावनी दी कि “उनके लापता होने या पतन के लिए पूर्व शर्त” अब निर्धारित की गई है, क्योंकि यूक्रेन में अत्याचारी का शर्मनाक युद्ध जारी है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि पुतिन के बढ़ते अलगाव को उनकी बीमारी से जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि “मेरा विचार है कि चिकित्सकीय रूप से उनके साथ अभी भी कुछ गड़बड़ है। रिचर्ड ने कहा कि “मैं एक चिकित्सक नहीं हूं, लेकिन मुझे पता है कि बहुत से लोगों ने उन्हें करीब से देखा है और उन्हें लगता है कि वह पार्किंसंस से ग्रस्त हैं। हालांकि इसका कोई प्रमाण नहीं है – लेकिन वह काफी सारे लक्षण दिखाता है।
पुतिन का पार्किंसंस या रक्त कैंसर
रिचर्ड ने कहा कि यदि पुतिन को पार्किंसंस है, तो यह निश्चित रूप से निर्णय को प्रभावित कर सकता है। देखने से लगता है कि उन्हें या तो पार्किंसंस है या फिर रक्त कैंसर या फिर दोनों। हालांकि उनका स्वास्थ्य एक राज्य रहस्य है। अगर रूसी नेता का स्वास्थ्य कथित तौर पर अधिक बिगड़ता है, तो उनको (पुतिन को) एक सैनिटोरियम में “फेरबदल” किया जा सकता है और फिर कभी प्रकट नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि “यह बहुत संभव है कि वे उसे बस एक आरोग्यशाला में ले जाएं और कहें कि वह अस्वस्थ हैं और फिर प्रकट न हों। उन्होंने कहा कि क्या होने जा रहा यह कोई नहीं जानता।