बिहार को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए विकास का कौन सा मॉडल बेहतर होगा, इसे लेकर लंबे समय से बहस चल रही है. बिहार के राजनीतिक दल स्पेशल स्टेटस (Special Status for Bihar) को मजबूत विकल्प मानते रहे हैं. बिहार विधानसभा से दो बार स्पेशल स्टेटस को लेकर प्रस्ताव भी पारित किए जा चुके हैं
नीतीश ने कहा है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाना चाहिए था। मैं जब बीजेपी के साथ था तो इस बात की उम्मीद थी कि बिहार को स्पेशल स्टेटस मिल जाएगा लेकिन बीजेपी ने मेरी एक बात नहीं मानी। बिहार का भला भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार नहीं सोच सकती है। नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी के साथ जाना उनकी एक बड़ी भूल थी।
बिहार को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग दोहराते हुए नीतीश कुमार ने एक बार फिर से कहा कि बिहार को उसका हक मिलना चाहिए। पिछड़ेपन को दूर करने के लिए बिहार जैसे राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए। नीतीश कुमार ने कहा कि अगर मौजूदा सरकार यह दर्जा नहीं देती है तो 2024 में अगर विपक्षी दलों की सरकार आती है तो स्पेशल स्टेटस दिया जाएगा। नीतीश कुमार ने कहा कि स्पेशल स्टेटस पिछड़े राज्यों का हक है।
सीएम नीतीश ने कहा कि वे बिहार को विशेष दर्जा की मांग लंबे समय से करते रहे हैं। सरकार की तरफ से इस मांग को उठाते रहे, कंपेन भी चलाया लेकिन उस मांग को पूरा नहीं किया गया। सीएम नीतीश ने कहा कि अगर दिल्ली में महागठबंध की सरकार बनी तो निश्चित रूप से पिछड़े राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा जरूर मिलेगा। हम सिर्फ बिहार की ही बात नहीं कर रहे हैं बल्कि कुछ अन्य पिछड़े राज्य भी हैं जिन्हें विशेष दर्जा की जरूरत है।