जयपुर के चित्रकूट थाने का कांस्टेबल (एसएचओ का रीडर) दशरथ व सेवानिवृत्त डीएसपी शैलेन्द्र सिंह को हरियाणा के सोनीपत में रिश्वत मांगने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। हरियाणा विजिलेंस ब्यूरो ने दोनों आरोपियों को मुरथल स्थित एक ढाबे के पास से 80 हजार रुपए लेते पकड़ा। विजिलेंस के निरीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि जयपुर के चित्रकूट थाने में जबरन वसूली मामले में 295 नंबर की एफआइआर अंकित कुमार व मुनीष भारद्वाज के खिलाफ दर्ज कराई गई। चित्रकूट थाना पुलिस ने जांच के बाद अंकित कुमार को गिरफ्तार कर लिया। जबकि मुनीष भारद्वाज का नाम हटाने के लिए उससे सौदा तय किया।निरीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि पकड़ा गया कांस्टेबल दशरथ व सेवानिवृत्त डीएसपी शैलेन्द्र सिंह ने एफआइआर में नामजद मुनीष भारद्वाज से उसको बचाने की एवज में 10 लाख रुपए मांगे थे। दोनों आरोपियों ने मुनीष को कहा कि 10 लाख रुपए दे देगा तो जयपुर में ऊपर अधिकारी से बात करेंगे। बाद में सौदा 6 लाख रुपए में तय किया और 20 हजार रुपए एक परिचित के पेटीएम में ट्रांसफर करवा लिए। सोनीपत पहुंचने से पहले भी 20 हजार रुपए और पेटीएम में ट्रांसफर करवाए। रिश्वत की शेष राशि लेने के लिए शुक्रवार को दोनों आरोपी सोनीपत आए थे। यहां पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को शनिवार को स्थानीय न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें तीन दिन की रिमांड पर सौंपा है।