देश में अभी सावन का दौर चल रहा है। ऐसे में उत्तरप्रदेश के कई ऐसे इलाके है, जहा कावड़ियों पर फूल बरसाए जा रहे है और उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत भी किया जा रहा है।
ऐसे में AIMIM के प्रमुख नेता असुद्दीन ओबीसी का बयान काफी वायरल हो रहा है। उन्होंने सत्ता में बैठी सरकार पर तंज कसते हुए कहा की ”अब तो मुसलमानो के घर पर बुलडोजर नही चलना चाइए” ।
असल में उन्होंने कई न्यूज रिपोर्टों को शेयर करते हुए लिखा की – जब कोई मुसलमान कुछ समय के लिए खुले में नमाज पढ़ता है तो ऐसे में उस पर काफी कठोर करवाई की जाती है, उसको हिरासत में और उस पर काफी गंभीर मामलों में केस चलाए जाता है।
आखिर उसकी गलती क्या है की वो एक मुसलमान है।
हाल ही में देश में कई ऐसे मामले देखने को मिले है, जहा मुसलमान खुले तौर पर नमाज पढ़ते दिखे। लखनऊ के लुलु मॉल में भी कुछ मुस्लिम व्यक्ति को मॉल में नमाज पढ़ते देखा गया, जिसकी वीडियो काफी वायरल हुई थी। ऐसे में असुद्दीन ओबीसी ने कहा जहा एक तरफ कावड़ियों के लिए विशेष प्रकार के प्रबंध किए जाते है, दिल्ली पुलिस उनके रास्ते में आने वाले सभी लोहारो को हटा देती है, उनके पैरो में लोशन लगाते दिखती है।
यूपी में मांस की सभी दुकानों को बंद कर दिया जाता है। क्या ये भेद भाव नहीं एक विशेष धर्म को इतना सम्मान और मुसलमानो के घर पर बुलडोजर चलाना ये कहा तक सही है।
क्या ये रेवाड़ी संस्कृति कहा तक सही है, हाल ही में पीएम मोदी ने रियायत की इस संस्कृति को देश के लिए खतरा बताया।