पटना : भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने जारी बयान में कहा कि तेजस्वी यादव जिस तरह से अकेले चुनाव लड़ने को अपना साहस बता रहे थे, उससे साबित होता है कि राहुल गांधी का जादू अब उनके सिर पर चढ़ कर बोलने लगा है।
बिहार जानता है कि साथियों से धोखाधड़ी करने की आदत के कारण ही कांग्रेस जैसी उनकी बी टीम भी आज उनके साथ नहीं है। इतिहास गवाह है कि ऐसा कोई सगा नहीं जिसे राजद ने ठगा नहीं। इसके बावजूद इस मुद्दे पर अपनी पीठ खुद से थपथपाना उनकी मतिशुन्यता को ही दिखाता है। फिर भी यदि तेजस्वी अलग-थलग पडऩे को अपना साहस मानते हैं तो उन्हें घोषणा कर देनी चाहिए 2024 और 25 के चुनाव भी वह अकेले ही लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राजद का शुरुआत से ही रवैया रहा है कि इन्होनें लालू परिवार के अलावा किसी और को कभी भी बढऩे नहीं दिया। चाहे वह बिहार की जनता हो, इनके सहयोगी दल हो या फिर इन्हीं के कोई वरिष्ठ नेता, काम निकल जाने के बाद राजद ने हर किसी के पीठ में छूरा घोंपा है।
रंजन ने कहा कि राजद पर भरोसे का क्या परिणाम होता है यह आज कांग्रेस की स्थिति को देख कर पता चलता है। यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने हर बुरे काम में राजद का साथ दिया। लालू के जेल जाने के बाद भी यही पार्टी थी जो राजद के साथ डटी रही। कांग्रेस की ही बदौलत लालू रेलमंत्री तक बने लेकिन आज जब कांग्रेस की हालत दयनीय हो चली है तो राजद के नेता उन्हें किनारा कर रहे हैं। हालत यह हो गई है कि आज राजद के आम कार्यकर्ता भी खुद को कांग्रेस का मालिक समझने लगे हैं। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की यह दुर्दशा उन सभी के लिए चेतावनी है जो राजद के साथ सत्ता सुख भोगने का ख्वाब देख रहे हैं। वह जान लें कि राजद अपने साथियों की हालत उस गुठली की तरह कर देता है जिसे चूस कर फेंक दिया गया हो। वह समझ लें कि राजद तभी तक किसी के साथ रहता है जब तक उनके पास ताकत रहती है, बाद में अपने साथियों को बीच मंझधार में छोड़ने में उन्हें जरा सा वक्त भी नहीं लगता।