अहमदाबाद. शिक्षा मंत्री भूपेन्द्रसिंह चूडास्मा ने आज विधानसभा में बताया कि राज्य में गुणवत्तायुक्त प्राथमिक शिक्षा के नतीजों की वजह से पिछले पांच साल में 2.25 लाख विद्यार्थियों ने निजी स्कूलें छोड़कर सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया है. जो सरकारी प्राथमिक स्कूलों में दी जानेवाली गुणवत्तायुक्त शिक्षा का उत्तम उदाहरण है.
विधानसभा में प्राथमिक स्कूल के बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा देने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में शिक्षा राज्यमंत्री विभावरी दवे ने बताया कि ऑनलाइन शिक्षा देनेवाले ‘ज्ञानकुंज’ प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में 4000 कक्षा और दूसरे चरण में 5000 क्लास को शामिल किया गया है. राज्य में सिलसिलेवार कक्षा 6 से कक्षा 8 तक सभी सरकारी प्राथमिक स्कूलों में कम्प्यूटर लेब बनाई जाएगी. 31 अक्टूबर 2019 तक आणंद जिले की कक्षा 6 से कक्षा 8 की 699 प्राथमिक स्कूलों में कंप्यूटर लेब की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. राज्य सरकार दवारा केवल कक्षा 6 से कक्षा 8 की प्राथमिक स्कूलों में कंप्यूटर लेब उपलब्ध कराई जा रही है.
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के मार्गदर्शन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान को गति प्रदान करने वर्ष 2017 में राज्य की प्राथमिक स्कूलों में ज्ञानकुंज प्रोजेक्ट का प्रारंभ किया गया था. ज्ञानकुंज प्रोजेक्ट के तहत वर्च्युअल क्लास के माध्यम से बच्चों को कक्षा में आज ऑनस्क्रीन सचित्र शिक्षा दी जाती है, जिससे उनके सभी प्रश्नों का विस्तार से जवाब दिया जाता है.