एशियन टाइम्स विशेष रिपोर्ट
ग्रेटर नोएडा | दिनांक: 17 जून 2025
रिपोर्टर: एशियन टाइम्स ब्यूरो
दिल्ली-NCR में सोमवार को हुई कुछ ही मिनटों की बारिश ने नगर निगम और अथॉरिटी की तैयारियों की पोल खोल दी। खासतौर पर ग्रेटर नोएडा जैसे आधुनिक शहर में, जहां ऊंची-ऊंची इमारतें और सोसाइटियां मौजूद हैं, वहां सड़कें और गलियां पानी से लबालब हो गईं।
वीडियो वायरल:
एशियन टाइम्स को मिले स्थानीय वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि सिर्फ 15-20 मिनट की बारिश में ही पानी नालों से ओवरफ्लो होकर सड़कों पर बहने लगा।
ऊंची बिल्डिंग, लेकिन निचली सोच:
ग्रेटर नोएडा की कई पॉश सोसाइटियों और सेक्टरों में:
सड़कें जलमग्न हो गईं वाहन चालकों को घंटों ट्रैफिक में फंसे रहना पड़ा नालों से गंदा पानी निकलकर दुकानों और बेसमेंट्स में घुस गया
लोगों का कहना है कि अगर यह बारिश 1-2 घंटे तक लगातार होती, तो हालात भयंकर और जानलेवा हो सकते थे।
नाले नहीं साफ, ढक्कन नदारद:
स्थानीय लोगों का आरोप है कि:
नालों की सफाई सिर्फ कागज़ों पर होती हैकई जगहों पर नालों के ढक्कन खुले पड़े हैं, जो बारिश में जानलेवा साबित हो सकते हैंकॉलोनियों में ड्रेनेज प्लानिंग नहीं के बराबर है
स्थानीय निवासी बोले:
“हजारों की फ्लैट कीमत, लेकिन गंदगी और पानी की परेशानी वैसी ही है जैसे किसी गांव में…”
“नालों की सफाई, ढक्कन लगाना और पानी निकासी की जिम्मेदारी जिन अधिकारियों की है, उन्हें सिर्फ फाइलों में ही काम करना आता है।”
प्रशासन को चेतावनी या मौका?
बारिश ने एक बार फिर नगर निकाय, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और जलनिकासी विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि अभी सही समय पर नालों की सफाई, ढक्कनों की मरम्मत और ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त नहीं किया गया, तो अगले 2-3 महीने में मानसून का कहर और गंभीर हो सकता है।
एशियन टाइम्स की मांग:
हर सेक्टर में नाला सफाई की वीडियो रिपोर्टिंग अनिवार्य की जाए
नालों पर पक्के ढक्कन लगाए जाएं
प्रत्येक बारिश के बाद इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम एक्टिव की जाए

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)