ग्रामीण इलाके से बड़ी खबर — एक छोटे से विवाद ने पूरे गाँव को दहशत और हिंसा में झोंक दिया। 40 रुपये की आइसक्रीम के लेन-देन से शुरू हुआ यह झगड़ा इतना बढ़ गया कि गाँववालों और पुलिस के बीच खूनी टकराव हो गया।
गाँव में उस समय तनाव फैल गया जब पुलिस टीम पर अचानक 200 से ज्यादा ग्रामीणों ने तलवार, चाकू, लोहे की रॉड और लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी तोड़ दी और यहाँ तक कि पुलिसकर्मियों के हथियार भी छीन लिए। हालाँकि बाद में ग्रामीणों ने ये हथियार डेविश के बाद लौटा दिए।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
हमले के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए तीन आरोपियों – मोहम्मद हसीन शाह, नासिर खान और फारुख शाह को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन इसी बीच एक बड़ी घटना और हो गई – गिरफ्तार नासिर खान की रात में तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई।
पूरे मामले की शुरुआत आइसक्रीम के 40 रुपये से हुई।
ग्रामीण महिला रुक्सार खातून ने आइसक्रीम वाले को पैसे दिए लेकिन महिला का आरोप है कि आइसक्रीम वाला उससे छेड़छाड़ करने लगा।
जब महिला ने विरोध किया और थप्पड़ मारा, तो आइसक्रीम वाला गाँव छोड़कर अपने मालिक के साथ लौटा और झगड़ा शुरू कर दिया।
हालात बिगड़ने पर पुलिस को बुलाया गया, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने बिना जाँच किए महिलाओं को पकड़कर मारपीट शुरू कर दी।
मौत और गम में बदली शादी की खुशी
हिंसा के बीच गाँव के मोहम्मद निसार खान की भी मौत हो गई। उनके घर में शादी की तैयारी चल रही थी, लेकिन खुशियाँ मातम में बदल गईं
गाँव में खौफ का माहौल
इस घटना के बाद गाँव में पुलिस का खौफ छा गया है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस लगातार दबाव बना रही है और घटनास्थल से जुड़े लोगों को उठा रही है। लोग खुलकर कुछ बोलने से भी डर रहे हैं।
40 रुपये की आइसक्रीम के विवाद ने न सिर्फ गाँव की शांति तोड़ी बल्कि पुलिस और ग्रामीणों के बीच टकराव की बड़ी घटना में बदल गया। इस दौरान एक युवक की मौत, दर्जनों ग्रामीणों की गिरफ्तारी और पूरे गाँव में दहशत का माहौल कायम हो गया।
यह मामला बताता है कि कैसे छोटी-सी चिंगारी हिंसा की बड़ी आग में बदल सकती है।
Author: Noida Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)








