युवाओं में स्टंट करने की प्रवृत्ति और इसका प्रभाव
आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया ने युवाओं के जीवन में गहरी पैठ बना ली है। अधिकतर युवा अपनी पहचान बनाने और प्रसिद्धि पाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं। हालांकि, कई बार यह उपयोग खतरनाक गतिविधियों का कारण बन जाता है। पिछले कुछ वर्षों में यह देखा गया है कि युवा अपनी जान जोखिम में डालकर खतरनाक स्टंट करते हैं और उनके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करते हैं। यह प्रवृत्ति न केवल उनके जीवन के लिए खतरनाक है, बल्कि समाज में एक नकारात्मक संदेश भी फैलाती है।
स्टंट करने का कारण:
1. सोशल मीडिया का प्रभाव: सोशल मीडिया पर लाइक्स, शेयर और फॉलोअर्स पाने की होड़ में युवा खतरनाक स्टंट करने की कोशिश करते हैं।
2. प्रेरणा का अभाव: कई बार युवाओं के पास उचित मार्गदर्शन नहीं होता, जिससे वे गलत दिशा में कदम उठा लेते हैं।
3. रियलिटी शो और मूवीज का प्रभाव: फिल्मों और रियलिटी शो में दिखाए गए स्टंट्स युवाओं को प्रेरित करते हैं, लेकिन वे यह नहीं समझते कि इन स्टंट्स को प्रशिक्षित पेशेवर करते हैं।
4. पड़ावर्ग और दोस्तों का दबाव: दोस्तों के सामने खुद को साबित करने के चक्कर में कई युवा जोखिम उठाते हैं।
ऐसे स्टंट्स के खतरे:
1. जीवन का खतरा: खतरनाक स्टंट्स अक्सर जानलेवा साबित होते हैं। हाईवे पर स्टंट करते समय दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है।
2. कानूनी कार्रवाई: मोटर वाहन अधिनियम (1988) के अनुसार, सड़क पर खतरनाक ड्राइविंग और स्टंट करने वालों के खिलाफ सख्त दंड का प्रावधान है।
3. समाज पर प्रभाव: युवाओं के ऐसे वीडियो देखने के बाद अन्य लोग भी उन्हें कॉपी करने की कोशिश करते हैं, जिससे यह प्रवृत्ति और बढ़ती है।
4. परिवार पर असर: यदि कोई दुर्घटना होती है, तो इससे परिवार को आर्थिक और मानसिक तनाव झेलना पड़ता है।
उत्तर प्रदेश पुलिस की भूमिका:
उत्तर प्रदेश पुलिस और अन्य राज्य पुलिस इस तरह की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखती है। सार्वजनिक स्थानों पर खतरनाक स्टंट्स करने वालों को पकड़ने और उन पर कार्रवाई करने के लिए ट्रैफिक कैमरा और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग का उपयोग किया जाता है। पुलिस ने लोगों को जागरूक करने और ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए कई अभियान चलाए हैं। उदाहरण के लिए:
1. हेल्पलाइन नंबर 112: ऐसी घटनाओं की जानकारी तुरंत इस नंबर पर दी जा सकती है।
2. जागरूकता अभियान: पुलिस स्कूलों और कॉलेजों में जाकर युवाओं को समझाने का प्रयास करती है।
3. सख्त कार्रवाई: जो युवा बार-बार ऐसे स्टंट करते हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है, जैसे भारी जुर्माना लगाना या ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करना।
1. परिवार और शिक्षकों की भूमिका: माता-पिता और शिक्षक युवाओं को यह समझाएं कि सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि पाने की होड़ में जीवन जोखिम में डालना गलत है।
2. जागरूकता बढ़ाना: सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से युवाओं को यह बताना चाहिए कि खतरनाक स्टंट्स उनके और दूसरों के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
3. सामुदायिक समर्थन: समाज के लोग भी ऐसे मामलों में जागरूकता फैलाएं और समय पर पुलिस को जानकारी दें।
4. कानूनी सख्ती: स्टंट करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए और उनके वीडियो बनाने वालों को भी दंडित किया जाए।
युवाओं में स्टंट करने की आदत को रोकने के लिए परिवार, स्कूल, समाज और पुलिस सभी को मिलकर काम करना होगा। युवाओं को यह समझाने की जरूरत है कि उनका जीवन और स्वास्थ्य किसी भी सोशल मीडिया प्रसिद्धि से अधिक महत्वपूर्ण है। सही दिशा में कदम उठाकर हम इस खतरनाक प्रवृत्ति पर काबू पा सकते हैं और भविष्य को सुरक्षित बना सकते हैं।
@tanvir Sheikh