सहारनपुर के गंगोह में एक पिता अपनी बेटी की इज्ज़त के लिए लड़ने स्कूल पहुंचे थे। लेकिन वहां जो हुआ, उसने पूरे इलाके को दहला दिया।
*बंद कमरे में हुआ खेल*
आरोप है कि जैसे ही पिता ने प्रिंसिपल से छेड़छाड़ पर कार्रवाई की मांग की, प्रिंसिपल भड़क गए। बात बढ़ी और फिर दरवाजा बंद कर दिया गया।
बाहर से लोग बुलाए गए… और फिर शुरू हुई बेरहम मारपीट।
*जबड़ा टूटा, खून से लथपथ निकले पिता*
पिता को लात-घूसों से पीटा गया। इतना कि उनका जबड़ा फट गया और खून बहने लगा। बेटे ने वीडियो बनाने की कोशिश की तो उसका मोबाइल छीनने का प्रयास भी किया गया।
*मां-बेटी को भी नहीं छोड़ा*
जब मां और बेटी ने पिता को बचाना चाहा, तो उनके साथ भी धक्का-मुक्की और अभद्रता की गई। छात्रा का सीधा आरोप है – “प्रिंसिपल ने खुद गुंडों को बुलाकर हमला करवाया।”
*बाहर मचा हंगामा*
खबर जैसे ही बाहर पहुंची, अभिभावकों में गुस्सा फूट पड़ा। स्कूल के बाहर भीड़ जमा हो गई और माहौल बेकाबू हो गया।
*प्रिंसिपल का पलटवार*
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती।
प्रिंसिपल और उनकी पत्नी का दावा है – “29 अगस्त को एक छात्र अनुचित हरकत में पकड़ा गया था और उसे निष्कासित कर दिया गया। यही वजह थी कि छात्रा के परिजन गुस्से में स्कूल आए और गाली-गलौज करने लगे। बीच-बचाव में हमारे साथ भी बदसलूकी हुई।”
पुलिस की जांच
पुलिस अब दोनों पक्षों से बयान लेकर जांच कर रही है।
एसपी देहात सागर जैन का कहना है – “अभी तक छेड़छाड़ की पुष्टि नहीं हुई है। जांच रिपोर्ट के बाद ही कार्रवाई होगी।”
सबसे बड़ा सवाल
अब पूरा सहारनपुर यही पूछ रहा है—
क्या यह मामला वाकई छात्रा से छेड़छाड़ का है?
या फिर सच के पीछे कोई और साजिश छुपी है?
@AT SAUMYA

Author: BiharlocalDesk
saumya jha