बिहार की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर विशेष रिपोर्ट
लेखक: एशियन टाइम्स ब्यूरो, पटना
पटना, 4 जून 2025 – राजधानी पटना के एक नामी होटल से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। एक बर्थडे पार्टी के नाम पर आयोजित कार्यक्रम में शराब, शबाब और हथियारों का खुला प्रदर्शन हुआ। पुलिस ने मौके पर छापेमारी करते हुए ASI (सहायक उप निरीक्षक) के बेटे समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया। इतना ही नहीं, वहां पिस्टल तक का इंतजाम किया गया था। यह सब कुछ राजधानी के बीचोंबीच, होटल के अंदर चल रहा था – और यह पहली बार नहीं था।
पुलिस की रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे:
गिरफ्तार सभी आरोपी होटल में नियमित रूप से शराब पार्टी करते थे।इन पार्टियों में लड़कियों को बुलाया जाता था, जिनमें से कई नाबालिग भी हो सकती हैं।दो से तीन युवकों का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है।होटल प्रशासन की भूमिका संदिग्ध है – क्या यह सब उनकी जानकारी के बिना हो रहा था?
सवालों के घेरे में नीतीश सरकार और पुलिस प्रशासन:
बिहार में कानून-व्यवस्था का हाल अब गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है। एक तरफ हत्या, जमीन कब्जा, लूट जैसे मामलों में पुलिस की निष्क्रियता सामने आती है, तो दूसरी ओर राजधानी के हाई-प्रोफाइल होटलों में अपराधियों के लिए “पार्टी जोन” बनाए जा रहे हैं।
क्या ASI का बेटा होने का मतलब कानून से छूट?क्या पुलिस सिर्फ आम जनता पर सख्ती दिखा रही है और रसूखदारों को खुली छूट दे रही है पिस्टल पार्टी में शामिल ये युवक किन राजनीतिक या पुलिसिया संरक्षण में फल-फूल रहे हैं?
जनता का गुस्सा
बिहार की जनता अब यह सवाल कर रही है –
“नीतीश कुमार के राज में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं?”
“क्या अब राजधानी में भी बेटियों का सुरक्षित रहना मुश्किल हो गया है?”
बिहार में लगातार हो रही आपराधिक घटनाएं, जिसमें कभी जमीन विवाद में हत्या होती है, तो कभी नाबालिगों को फंसाकर पार्टी में बुलाया जाता है, राज्य की गिरती कानून व्यवस्था का आईना हैं। अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो यह प्रशासनिक लापरवाही आने वाले समय में राज्य को अराजकता की ओर ले जा सकती है।

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)