लखनऊ में B.Tech छात्रा को बंधक बनाकर 4 युवकों ने गंग रेप किया। युवती गोरखपुर की रहने वाली है।
वह नोएडा में B.Tech थर्ड ईयर की स्टूडेंट है। कुछ दिन पहले उसकी इं्टा्राम पर लखनऊ के युवक से दोस्ती
हई। वह उससे मिलने के लिए लखनऊ पहुंची।
आरोप है कि दोस्त अपने तीन साथियों के साथ मिलकर गैंग रेप किया। घटना 12 दिसंबर की इंदिरा नगर
इलाके की है। गैंग रेप के चार आरोपियों में से तीन आरोपी 1 3 दिसंबर से चोरी के मामले में पुलिस की हिरासत
में हैं। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पहले पीड़िता की आपबीती
कुछ दिन पहले इंस्टाग्राम पर सतीश कश्यप ने रिक्वेस्ट भेजा। मैं एक्सेप्ट नहीं की तो लगातार मैसेज भेज रहा
था। हम दोनों के बीच में कुछ दिन बाद बातचीत थुरू हो गईं। वह ऑनलाइन कॉलिंग करने लगा। बाद में अपनी
बातों में फंसाकर नंबर मांगा।
दोनों के बीच ऑनलाइन और डॉरेक्ट कॉलेंग से बातचीत होने लगी। उस पर भरोसा हो गया। सतीश के कहने
पर 12 दिसंबर को उससे मिलने लखनऊ आई। उसने BBD कॉलेज के पास अपनी SUV में बैठाया। इसके
बाद गोमती नगर की तरफ ले गया। रात को घर पर रुकने के लिए कहा। उसकी बातों में आकर मैं उसके घर पर
रक गई। कमरे में तीन दोस्त पहले से मौजूद थे
सतीश इंदिरा नगर के तकरोही का रहने वाला है। वह रात में अमराई गांव स्थित अपने कमरेमें ले गया। यहां
उसके तीन दोस्त युसूफ, जतिन और मनू यादव पहले से मौजूद थे। सतीश मेरे पास बैठा था। वह अचानक से
अश्लील बातें करने लगा। फिर मेरे शरीर में टच किया। विरोध करने पर पिस्टल निकाल लिया। फिर सभी ने
मिलकर मेरे साथ गैंग रेप किया। जान से मारने की धमकी देते हुए भेजा चारों आरोपी रात भर मेरे साथ रेप करते रहे।
मैं चीखती लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था। विरोध करती तो जान से मारने की धमकी देते। सुबह 13 दिसंबर को सतीश अपनी कार से BBD तक लेकर आया। वह मुझे यहीं पास छोड़कर चला गया। मैं इतना डर गई थी कि पुलिस के पास नहीं जा सकी। वापस नोएडा लौट गईं। दो दिन तक मैं घटना के बारे में सोचती रही। अब मैं सजा दिलाने की ठान ली और हिम्मत जुटाकर फिर से इंद्रनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध, विशेषकर सामूहिक बलात्कार (गैंगरेप) की घटनाएं, गंभीर चिंता का विषय बनी हुई हैं। हालांकि, उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, राज्य सरकार का दावा है कि बलात्कार के मामलों में कमी आई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2013 की तुलना में 2020 में बलात्कार के मामलों में 25.94% की कमी और 2016 की तुलना में 38.74% की कमी दर्ज की गई है।
इसके बावजूद, राज्य में कई गंभीर घटनाएं सामने आई हैं, जो इस दावे पर सवाल उठाती हैं। उदाहरण के लिए, उन्नाव बलात्कार मामला, जिसमें एक 17 वर्षीय लड़की के साथ 2017 में कथित रूप से सामूहिक बलात्कार हुआ था, ने व्यापक जनाक्रोश पैदा किया।
इसके अतिरिक्त, आजमगढ़ जिले के अहरौला क्षेत्र में एक मानसिक रूप से अस्वस्थ विधवा महिला के साथ छह महीने पहले सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई, जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गई।
इन घटनाओं के बावजूद, राज्य सरकार का दावा है कि अपराधों में कमी आई है और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। सरकार के अनुसार, 1 जनवरी 2019 से 30 जून 2020 के बीच पॉक्सो एक्ट के तहत 922 मामलों में अभियुक्तों को सजा हुई है, जिनमें से पांच को मृत्युदंड दिया गया है।
हालांकि, इन दावों के बावजूद, राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की घटनाएं जारी हैं, जो कानून व्यवस्था और सुरक्षा उपायों की प्रभावशीलता पर प्रश्नचिह्न लगाती हैं।
@tanvir