रिपोर्टर: एशियन टाइम्स टीम |
स्थान: मुंबई, महाराष्ट्र | दिनांक: 10 जुलाई 2025
बुधवार को महाराष्ट्र विधान परिषद में शिवसेना (UBT) विधायक अनिल परब ने परिषद में संजय गायकवाड़ के भोजन से जुड़ी एक आपत्तिजनक वीडियो का मुद्दा उठाया। उन्होंने सरकार पर “राजनीतिक मनमानी” का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कड़ा जवाब:
CM ने कहा
“इस तरह का आचरण सही संदेश नहीं देता। यह किसी के लिए भी अस्वीकार्य है और विधायकों की गरिमा के खिलाफ है। गायकवाड़ की क्रिया ने सभी जनप्रतिनिधियों की प्रतिष्ठा को धूमिल किया है।”
उन्होंने विधान परिषद अध्यक्ष राम शिंदे और स्पीकर राहुल नार्वेकर से इस विषय पर सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया।
क्या है पूरा मामला? जानिए विधायक गायकवाड़ की शिकायत…
विधायक गायकवाड़ ने बताया कि:
- “बुधवार रात करीब 9:30 बजे मैंने खाने का ऑर्डर दिया। पहला निवाला डाल-चावल का इतना गंदा था कि उल्टी हो गई।
- जब मैंने खाना सूंघा तो उसमें बदबू आ रही थी, वह सड़ा हुआ था।
- मैंने पहले भी कैंटीनवालों को कहा था कि 15 दिन का चिकन, 20 दिन का मटन, 10 दिन के अंडे और चार-चार दिन पुरानी सब्ज़ी देना बंद करें। लेकिन चेतावनी के बावजूद वही खाना मिला।”
उन्होंने आगे बताया कि उन्होंने मैनेजर को बुलाकर जब पूछा कि “खाना क्या आपका है?” तो मैनेजर ने जवाब दिया – “हां, मैंने सूंघा तो बदबू आ रही थी।”
विधानसभा में यह मामला गंभीर बहस का विषय बन गया है। अब सवाल उठता है — क्या जनप्रतिनिधियों को ऐसा भोजन परोसा जाना उचित है? और क्या इस मामले में केवल भोजन की व्यवस्था जिम्मेदार है या इसके पीछे राजनीतिक साजिश भी छिपी है?
अब देखना यह होगा कि परिषद अध्यक्ष व स्पीकर इस विवाद पर क्या कार्रवाई करते हैं और क्या सरकार इस मामले में सुधार के ठोस कदम उठाती है या नहीं।

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)