पटना/दिल्ली, 14 अक्टूबर:
बिहार की राजनीति में इन दिनों एक नया “अलग खेल” चल रहा है। महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर रस्साकशी अपने चरम पर है। सूत्रों के मुताबिक, लालू प्रसाद यादव ने बिना गठबंधन की औपचारिक सहमति के ही कुछ उम्मीदवारों को राजद का सिंबल देना शुरू कर दिया, जिसके बाद तेजस्वी यादव ने हस्तक्षेप करते हुए इस प्रक्रिया को रोकने के निर्देश दिए।
तेजस्वी का दिल्ली दौरा और कांग्रेस की नाराज़गी
जानकारी के अनुसार, तेजस्वी यादव पिछले दिनों दिल्ली पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की। उद्देश्य था — सीट बंटवारे पर अंतिम सहमति बनाना। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि अब तक कोई ठोस सहमति नहीं बन पाई है।
कांग्रेस इस बार ज्यादा सीटों की मांग पर अड़ी हुई है और उसका रुख साफ है — “अब बहुत समझौते नहीं होंगे।”
राजद में अंदरूनी मतभेद भी उभरे
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेजस्वी यादव ने अपने पिता लालू प्रसाद यादव द्वारा लिए गए कुछ टिकट वितरण के फैसलों को पलट दिया है।
यह पहली बार है जब राजद संसदीय बोर्ड के निर्णय को पार्टी के अंदर से ही चुनौती दी गई है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह संकेत है कि अब राजद के अंदर नई पीढ़ी बनाम पुरानी शैली की जंग शुरू हो चुकी है।
कांग्रेस बनाम राजद: तालमेल की परीक्षा
कांग्रेस का रुख है कि वह “गठबंधन में रहकर भी अपनी पहचान बनाए रखे।”
वहीं, राजद यह चाहता है कि गठबंधन बना रहे, लेकिन बिहार में उसका नेतृत्व ही निर्णायक रहे।
इस संतुलन ने दोनों दलों के बीच “तनावपूर्ण सामंजस्य” की स्थिति पैदा कर दी है।
विश्लेषण: आखिर क्या है “अलग खेल”
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि यह “अलग खेल” दरअसल रणनीतिक शक्ति परीक्षण है —
लालू यादव चाहते हैं कि राजद अपनी पारंपरिक पकड़ बनाए रखे।
तेजस्वी गठबंधन को आधुनिक और समन्वित चेहरा देना चाहते हैं।
कांग्रेस चाहती है कि उसे “छोटे सहयोगी” की तरह न देखा जाए।
तीनों पक्ष अपने-अपने समीकरण साध रहे हैं, और इसी कारण सीट-बंटवारे पर असमंजस बना हुआ है।
आगे क्या?
अगर यही गतिरोध जारी रहा, तो महागठबंधन के भीतर दरारें और गहरी हो सकती हैं।
हालांकि तेजस्वी यादव ने कहा है कि
“हमारा मकसद विपक्षी एकता बनाए रखना है, लेकिन सीट बंटवारे में सबकी इज्जत बनी रहनी चाहिए।”
राजनीति के जानकारों का मानना है कि अगले कुछ दिनों में “कौन झुकेगा” यही तय करेगा कि यह गठबंधन चुनाव तक एकजुट रहेगा या बिखर जाएगा।
Asian Times Political Desk
नई दिल्ली ब्यूरो रिपोर्ट
 
				Author: Noida Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)
 
								 
								

 
															




