बिहार के 243 सीटों पर ‘गोरक्षक प्रत्याशी’ उतारने का ऐलान, तेजस्वी यादव 16 सितंबर से ‘बिहार अधिकार यात्रा’ पर
पटना। बिहार विधानसभा चुनावी माहौल अब पूरी तरह गरमा चुका है। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अभिमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने पटना पहुंचकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में बिहार की सभी 243 सीटों पर गोरक्षक प्रत्याशी खड़े होंगे। उनका कहना है कि यह संकल्प गौ माता की रक्षा और लोगों की आस्था को समर्पित है। शंकराचार्य का मानना है कि वोटिंग के बाद यह साफ हो जाएगा कि कितने लोग गौ माता के पक्ष में खड़े हैं, और यही सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
वहीं, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव 16 सितंबर से ‘बिहार अधिकार यात्रा’ शुरू करने जा रहे हैं। यह यात्रा जहानाबाद से शुरू होकर 20 सितंबर को वैशाली में समाप्त होगी। इस दौरान तेजस्वी यादव नालंदा, पटना, बेगूसराय, खगड़िया, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, समस्तीपुर और उजियारपुर होते हुए लोगों से संवाद करेंगे। तेजस्वी का दावा है कि यह यात्रा जनता के अधिकार और न्याय की आवाज को बुलंद करेगी।
चुनावी बयानबाजी में तेज़ी
बिहार चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही सियासी बयानबाजी का दौर तेज हो गया है। सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर तीखे हमले कर रहे हैं।
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस व्यक्ति ने भगवान राम का अपमान किया, उसे मंच पर जगह क्यों दी गई।
उधर, लालू यादव उर्स के मौके पर पटना हाईकोर्ट दरगाह पहुंचे और चादर चढ़ाई।
गिरिराज सिंह का विवादित बयान
बेगूसराय में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यदि मस्जिदों से फतवा जारी किया गया तो मंदिरों से ‘हूंकार’ भरी जाएगी। उन्होंने मुस्लिम समाज पर निशाना साधते हुए कहा कि यह समाज सरकारी योजनाओं का लाभ तो लेता है लेकिन वोट नहीं देता। गिरिराज ने मुसलमानों को ‘नमक हराम’ तक कह दिया।
गिरिराज सिंह ने सभा में मौजूद लोगों से स्थानीय भाषा में सवाल किया –
“अगर आप किसी की मदद करते हैं और वही व्यक्ति बेईमान हो जाए, तो क्या उसे नमक हराम नहीं कहेंगे?”
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार मिलकर बिहार के विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
चुनावी तस्वीर
स्पष्ट है कि बिहार चुनाव से पहले प्रदेश का माहौल पूरी तरह सियासी रंग में रंग चुका है। एक ओर गोरक्षा और हिंदुत्व के मुद्दे को सामने रखा जा रहा है, तो दूसरी ओर आरजेडी जनता से सीधे जुड़ाव की कोशिश में जुटी है। वहीं, सत्ता पक्ष अपने विकास कार्यों और हिंदुत्व कार्ड के सहारे जनता को लुभाने का प्रयास कर रहा है।
एशियन टाइम्स ब्यूरो, पटना

Author: Bihar Desk
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