क्या नए SSP Kartikeya Sharma अपराधियों पर लगाम लगा पाएंगे?
पटना जैसे राजधानी शहर में अपराध नियंत्रण सिर्फ SSP की रणनीति से नहीं, बल्कि पूरे पुलिस तंत्र की निष्ठा और कार्रवाई पर निर्भर करता है। सवाल सिर्फ इतना नहीं है कि नया SSP कौन है, बल्कि यह भी है:
क्या पटना के आसपास के थानों में बैठे कुशल और निष्पक्ष अधिकारी तैनात किए जाएंगे? क्या पुलिस और अपराधियों की मिलीभगत पर सरकार चोट करेगी? क्या माफिया, ठेकेदार, जमीन माफिया, और लोकल गुंडों के साथ सांठगांठ रखने वाले अफसरों का ट्रांसफर होगा? क्या SSP को स्वतंत्र रूप से anti-gang operation, internal inquiry और suspension का अधिकार दिया जाएगा?
SSP Avakash Kumar ने जाने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा:
रिहा अपराधियों की निगरानी:
उन्होंने बताया कि पटना पुलिस ने दो दिन पहले एक अभियान शुरू किया है जिसमें जेल से रिहा हुए अपराधियों की घर-घर जांच की जा रही है। यदि कोई पंजीकृत पते पर नहीं मिला, तो उसकी जमानत रद्द और पुनः गिरफ्तारी की जाएगी
कॉन्ट्रैक्ट किलिंग पर सख्त कार्रवाई:
हालिया मर्डर मामलों के संदर्भ में कहा—
स्थानांतरण पर जवाब:
जब उनके बदले जाने पर सवाल किया गया, उन्होंने कहा कि यह एक रूटीन ट्रांसफर-पोस्टिंग है और यह Chief Minister की प्राथमिकता होती है
SSP अवकाश कुमार ने 2021–24 से तुलना करते हुए कहा कि इस वर्ष (2025) Robbery और Dacoity केसों का 90% पर्दाफाश हुआ
हालाँकि शुरुआती वर्ष-दर-वर्ष तुलना (2021–25 के पिंक वार्षिक डेटा) नहीं मिली, लेकिन उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस और ट्रांसफर रिपोर्ट से ये निष्कर्ष साफ हुआ कि पटना में अपराध नियंत्रण में सुधार आया है।
हत्या (murder): 116 मामले
(2024 में इसी अवधि में 142—18.31% की कमी)
डकैती/लूट: संख्या स्पष्ट नहीं, लेकिन 2025 में 42.86% की कमी
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डकैती की दर: -उल्लेखित कमी: 42.86%
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चोरी/थैफ्ट: 21.43% कमी
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रेप मामले: 49.30% कमी
इसके अलावा:
डाकैती (robbery): 48 मामले
रेप: 36 डकैती: 10
स्नैचिंग: 33 सट्ठा / वसूली: 13
मापदंड | जनवरी–मई 2024 | जनवरी–मई 2025 | बदलाव |
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Murder | 142 | 116 | −18.3% |
Robbery | (2024 के आँकड़े नहीं) | 48 | ↓33% अनुमानित |
Loot/Dacoity | — | 10 | ↓42.9% शैली |
Rapes | — | 36 | ↓49.3% |
ये सभी आंकड़े जनवरी–मई 2025 के हैं—पटना SSP के वक्त में अपराध दर में स्पष्ट गिरावट देखने को मिली है।
SSP कार्तिकेय शर्मा के पास टेक्निकल नॉलेज, रणनीतिक सोच और प्रशासनिक क्षमता तो है, लेकिन यदि उन्हें राजनीतिक हस्तक्षेप और लोकल लेवल के भ्रष्ट स्टाफ से छुटकारा नहीं मिला—तो बदलाव असंभव नहीं तो मुश्किल ज़रूर रहेगा।
जनता की उम्मीदें
अब पटना की जनता उम्मीद कर रही है कि: अपराधियों में खौफ लौटे, थानों में सुनवाई हो,
गैंगवार, लूट और रंगदारी जैसे केसों पर तुरंत कार्रवाई हो,
और सबसे बड़ी बात—भ्रष्ट पुलिस स्टाफ पर भी कार्रवाई हो।
SSP Kartikeya Sharma के लिए यह सिर्फ एक ट्रांसफर नहीं, बल्कि अवसर है विश्वास जीतने का। अगर उन्होंने लोकल लेवल पर बैठे उन अफसरों को हटाया जो अपराधियों को संरक्षण देते हैं, तो पटना न सिर्फ शांत होगा—बल्कि मॉडल सिटी बन सकता है।
एशियन टाइम्स आपके साथ लगातार अपडेट करता रहेगा –
SSP की पहली 100 दिन की रणनीति, स्टाफ की फेरबदल सूची और अपराध दर रिपोर्ट जल्द प्रकाशित की जाएगी।
विशेष रिपोर्ट:
रिपोर्टर: तनवीर आलम शेख
ब्यूरो: एशियन टाइम्स – पटना
@AsianTimesOfficial

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)