कचरे के ढेर से निकला शिव मंदिर: नाग-नागिन का वास और मठ की जमीन पर कब्जे की कहानी

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पटना और इसके आस-पास के क्षेत्र धार्मिक, ऐतिहासिक, और सांस्कृतिक धरोहरों का केंद्र हैं। यहां स्थित मठ न केवल आध्यात्मिकता के प्रतीक हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा के जीवंत साक्षी भी हैं। इनमें से कई मठ सैकड़ों साल पुराने हैं और आज भी अपनी धार्मिक महत्ता बनाए हुए हैं।

कचरे के ढेर से निकला शिव मंदिर: नाग-नागिन का वास और मठ की जमीन पर कब्जे की कहानी

पटना: कचरे के ढेर में छिपा एक प्राचीन शिव मंदिर जब सामने आया, तो सभी हैरान रह गए। यह कहानी बिहार की है, जहां एक मठ की जमीन पर अतिक्रमण हो गया था। लगातार नाग-नागिन का आना स्थानीय लोगों को रहस्यमयी लग रहा था। जब खुदाई हुई, तो वहां से एक शिवलिंग प्रकट हुआ। यह घटना इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।

मठ और शिव मंदिर की कहानी

पटना और आसपास के क्षेत्रों में कई प्राचीन मठ और मंदिर मौजूद हैं। यह मामला मठ की जमीन पर कब्जे और उसके धार्मिक महत्व को लेकर है। खुदाई के दौरान निकले शिवलिंग ने इस जगह को एक तीर्थ स्थल का रूप दे दिया है।

पटना और आसपास के मठों की संख्या

पटना और इसके आस-पास कई ऐतिहासिक और धार्मिक मठ हैं, जिनकी संख्या लगभग 50 से अधिक है। इनमें से कई मठ 100 से 200 साल पुराने हैं। इन मठों का न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक महत्व भी है।

पटना और इसके आसपास के मठ भारतीय संस्कृति और धर्म की अमूल्य धरोहर हैं। इनकी देखभाल और संरक्षण आवश्यक है ताकि आने वाली पीढ़ियां इनसे प्रेरणा ले सकें। इन मठों की विस्तृत जानकारी और रिपोर्ट जल्द ही उपलब्ध कराई जाएगी।

@tanvir Sheikh

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