मणिपुर विधानसभा के सचिव के मेघजीत सिंह द्वारा जारी एक बयान में कहा कि मणिपुर में जदयू के पांच विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। बता दें कि जदयू ने इस साल मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में 38 में से छह सीटों पर जीत हासिल की थी। मणिपुर में JDU के 6 विधायकों में से 5 के BJP में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी के इस रवैय्ये से कोई फर्क नहीं पड़ता। किसी पार्टी के जीतने वाले लोगों को किस तरह बीजेपी अपने पास ले रही हैं। जब तक हम एनडीए में साथ थे तब हमने किसी को तोड़ने का काम नहीं किया। सीएम नीतीश के बयान पर बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने पलटवार किया है।
उन्होंने कहा कि हमनें किसी को तोड़ा नहीं बल्कि जो विधायक बीजेपी में आए हैं उनकी घर वापसी हुई है। मणिपुर में जेडीयू का कोई अस्तित्व नहीं था। बीजेपी ने ही अपने कार्यकर्ता को मणिपुर में दिया था और वे जब चुनाव जीतकर विधायक बन गये तो आज वहीं कार्यकर्ता वापस अपने घर आ गये हैं।
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार अपना और अपनी पार्टी का अस्तित्व मिटाने में लगे हैं। मणिपुर का मामला इसका जीता जागता उदाहरण है। जहां जेडीयू के 6 विधायकों में से 5 खुद अपने घर बीजेपी में शामिल हो गये हैं। मणिपुर तो जेडीयू और नीतीश मुक्त हो गया अब बिहार की बारी है। बिहार भी मुक्ति के राह पर चल पड़ा है। बिहार में नीतीश कुमार राजद की गोद में जाकर बैठ गये हैं। यहां भी जेडीयू गायब होगा। आगे-आगे देखिए होता है क्या। अभी बेचैनी तो शुरू हुई है परेशानी और बढ़ने वाली है।
पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह कहा था कि जबहम एनडीए का पार्ट थे तब हमने किसी को तोड़ने का काम नहीं किये थे। वो काम आज बीजेपी कर रही है। जेडीयू के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करा रहे हैं। हालांकि इससे कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ने वाला है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जब यह बात कह रहे थे तब उनके पीछे मंत्री अशोक चौधरी खड़े थे जिन्हें राजद से जेडीयू में शामिल कराया गया था।
इनके अलावे राजद के कई और विधायकों को नीतीश कुमार ने अपने दल में शामिल कराया था। विजय सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह पूछा कि उन्होंने जो किया क्या वो सदाचार था। दूसरों को बताने और उपदेश देने से पहले अपने गिरेवान में झांक लीजिए। आगे विजय सिन्हा कहते हैं कि मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बहुत सम्मान करता हूं उनके बारे में कोई टिका टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा क्यों कि वे संविधान के ज्ञाता हैं।