AIMIM विधायक ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल, पार्टी नेता फारूक रज़ा पर लगे आरोपों पर दी सफाई

📰 एशियन टाइम्स विशेष रिपोर्ट

AIMIM विधायक ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल, पार्टी नेता फारूक रज़ा पर लगे आरोपों पर दी सफाई

बिहार, की कानून व्यवस्था एक बार फिर विवाद और चिंता का विषय बन गई है।अकतरुल ईमान अमौर (Amour) विधानसभा क्षेत्र से AIMIM विधायक और बिहार AIMIM अध्यक्ष भी हैं।   प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने राज्य में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने में पुलिस की विफलता को रेखांकित किया।

विधायक अकतरुल ईमान ने कहा:

“बिहार में अपराधी बेलगाम हो गए हैं। आम जनता असुरक्षित महसूस कर रही है और पुलिस का रवैया बेहद लापरवाह है। निर्दोष लोगों को परेशान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री से आग्रह है कि पुलिस तंत्र को जवाबदेह बनाया जाए।”


फारूक रज़ा उर्फ डब्लू पर अनवर आलम की हत्या का आरोप

प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब एक पत्रकार ने विधायक अकतरुल ईमान से AIMIM पार्टी के नेता फारूक रज़ा उर्फ डब्लू का नाम अनवर आलम की हत्या के एक मामले में आने को लेकर सवाल किया, तो उन्होंने दो टूक शब्दों में जवाब देते हुए कहा:

“मेरी पार्टी के पदाधिकारियों की छवि साफ-सुथरी है। फारूक रज़ा पर कोई साबित मुकदमा नहीं है। यदि उन्हें जानबूझकर फंसाया जा रहा है तो पुलिस जांच कर रही है। हम न किसी निर्दोष को बचाएंगे, न किसी अपराधी को बख्शेंगे।”

विधायकअकतरुल ईमान ने यह भी कहा कि

“जो लोग जेल भेजे गए हैं, उनका आपराधिक इतिहास जांचा जा रहा है। यदि कोई दोषी नहीं है, तो उसे न्याय मिलेगा। पुलिस अपना काम कर रही है और हम चाहते हैं कि कानून का राज कायम हो।”


जनता की चुप्पी, लेकिन अंदरखाने हलचल

स्थानीय लोगों से जब प्रतिक्रिया मांगी गई तो ज़्यादातर ने खुलकर कुछ कहने से परहेज़ किया। लेकिन अंदरखाने यह चर्चा है कि यदि फारूक रज़ा निर्दोष हैं, तो उन्हें न्याय मिलना चाहिए, और यदि दोषी हैं तो कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।


❓ क्या अनवर आलम को न्याय मिलेगा?

अनवर आलम की हत्या के बाद से क्षेत्र में तनाव और राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। अब सवाल उठ रहा है कि क्या अनवर आलम के परिवार को इंसाफ मिलेगा? क्या पुलिस निष्पक्ष जांच करेगी या राजनीतिक दबाव में आकर जांच प्रभावित होगी?


यह मामला सिर्फ एक हत्या या एक राजनीतिक दल तक सीमित नहीं है — यह बिहार की कानून व्यवस्था, न्याय प्रणाली और पुलिस की जवाबदेही से सीधे जुड़ा सवाल है। जनता की नज़र अब सरकार और प्रशासन की कार्रवाई पर है।

“न अपराधी को बचाना है, न निर्दोष को फंसाना है — यही जनता की सच्ची अपेक्षा है

Noida Desk
Author: Noida Desk

मुख्य संपादक (Editor in Chief)

Share this post:

खबरें और भी हैं...

लाइव क्रिकट स्कोर
मौसम अपडेट
राशिफल