पटना —
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने भाजपा पर तीखा वार करते हुए कहा है कि अब बिहार भाजपा के नेताओं के सामने “सम्राट चौधरी का मुरैठा बाँधने का समय आ गया है।” प्रतापगढ़ी ने सवाल उठाया कि आखिर नीतीश कुमार कहाँ हैं? उन्हें अचानक साइलेंट क्यों कर दिया गया? और भाजपा उन्हें विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री चेहरे के तौर पर घोषित क्यों नहीं कर रही?
इमरान ने कहा कि कल प्रधानमंत्री के रोड शो में भी नीतीश कुमार नज़र नहीं आए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा महाराष्ट्र मॉडल, यानी कि ‘एकनाथ शिंदे फार्मूला’ लागू कर रही है — जहाँ पहले नेतृत्व का सम्मान किया जाता है और फिर धीरे-धीरे उन्हें किनारे कर दिया जाता है। क्या भाजपा बिहार में भी नीतीश कुमार के साथ यही करने जा रही है?
प्रतापगढ़ी ने प्रधानमंत्री के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें PM ने कहा था कि “कट्टा दिखाकर कांग्रेस ने तेजस्वी यादव को सीएम उम्मीदवार घोषित किया।” इस पर इमरान ने कहा — “देश के प्रधानमंत्री को इस तरह की भाषा शोभा नहीं देती। यह भाषा लोकतांत्रिक मर्यादा की नहीं है। इस तरह की टिप्पणी से लगता है कि वह देसी गुंडे की बात कर रहे हैं, न कि देश के सर्वोच्च पद पर बैठे नेता की।”
उन्होंने कहा कि जनता यह सब देख और समझ रही है। बिहार में जनता मुद्दों पर बात चाहती है — बेरोजगारी, खेत-किसान, गरीब और मजदूर के सवालों पर। लेकिन भाजपा मुद्दों से हट कर बयानबाजी में लगी है।
इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि भाजपा को स्पष्ट करना होगा कि बिहार में मुख्यमंत्री का चेहरा आखिर है कौन? जनता यह जानना चाहती है कि चुनाव के बाद नेतृत्व कौन करेगा — नीतीश या फिर भाजपा कोई और नाम आगे करेगी?
@MUSKAN KUMARI







